निर्भया सामूहिक दुष्कर्म और हत्याकांड के दोषियों को तिहाड़ जेल में शुक्रवार सुबह 5.30 बजे फांसी दे दी गई, जिसके बाद जेल के बाहर इकट्ठा हुई भीड़ ने आखिरकार दोषियों को फांसी दिए जाने के निश्चित समय पर मिठाई बांटकर जश्न मनाया और निर्भया जिंदाबाद के नारे लगाए।
मामले के चारों दोषियों को तय समय के अनुसार, मृत्युदंड दिया गया। इंसाफ करने के लिए न्यायालय का शुक्रिया अदा करते हुए तिहाड़ जेल के बाहर इकट्ठा हुए लोगों ने कहा कि यह न्याय की सुबह है।
गौरतलब है कि सात साल तीन महीने बाद राष्ट्रीय राजधानी में एक चलती बस में 23 वर्षीय छात्रा (निर्भया) के साथ सामूहिक दुष्कर्म करने के चार दोषियों को आखिरकार फांसी दे दी गई। दुष्कर्म करने के बाद मामले में शामिल छह दोषी छात्रा और उसके मित्र को सड़क किनारे छोड़कर चले गए थे। बाद में छात्रा ने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया था।
मामले के एक दोषी राम सिंह ने जेल में खुदकुशी कर ली थी और दूसरे दोषी नाबालिग को बाल सुधार गृह में भेजा गया था। वहीं अन्य चार को आज शुक्रवार को फांसी दे दी गई है।