बांग्लादेश के संस्थापक व जनक माने जाने वाले शेख मुजीबुर रहमान की हत्या के दोषी एक पूर्व सैन्य अधिकारी को रविवार को फांसी दे दी गई।
रहमान की हत्या करीब 45 साल पहले बांग्लादेश में सैन्य तख्तापलट के दौरान कर दी गई थी।
जेल के उपमहानिरीक्षक मोहम्मद तौहिदुल इस्लाम ने समाचार एजेंसी एफे न्यूज को बताया कि सेना के बर्खासत कैप्टन अब्दुल माजिद को ढाका सेंट्रल जेल में आधी रात के ठीक बाद फांसी दे दी गई।
रहमान की हत्या मामले में पुलिस ने माजिद और साथी सैन्य अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा शुरू होने के 24 साल बाद 7 अप्रैल को ढाका में माजिद को गिरफ्तार किया था।
उसने गिरफ्तारी के बाद राष्ट्रपति अब्दुल हमीद पर के पास दया याचिका भेजी। हालांकि, राष्ट्रपति ने उसकी याचिका को खारिज कर दिया।
रहमान की हत्या के लिए मौत की सजा पाए 12 सैन्य कर्मियों में से अधिकारी पांच को फांसी दे चुके हैं। इन्हें फांसी 27 जनवरी, 2010 को हुई थी। यह रहमान की बेटी और मौजूदा प्रधानमंत्री शेख हसीना के दूसरे कार्यकाल के लिए सत्ता में आने के बाद हुआ था। रहमान बांग्लादेश के प्रथम राष्ट्रपति थे और बाद में वह प्रधानमंत्री पद पर भी काबिज हुए थे।