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नफरत ने मुझे सख्त व मजबूत बनाया : सुशांत दिगवीकर

मॉडल, अभिनेता, गायक व वीडियो जॉकी सुशांत दिगवीकर भारत के पहले ऐसे ड्रैग आर्टिस्ट हैं, जिन्होंने इस साल फोर्ब्स 30 अंडर 30 में अपनी जगह बनाई है। हालांकि यह सफर उनके लिए आसान नहीं रहा। साल 2014 में उन्होंने मिस्टर गे वल्र्ड में भारत का प्रतिनिधित्व किया। महज 29 साल की उम्र में इतना सब कुछ हासिल कर लेने के बावजूद रानी कोहिनूर के नाम से मशहूर सुशांत को सार्वजनिक दुर्व्यवहार, बेइज्जती, अस्वीकृति और तो और जान से मार देने की धमकी जैसी कई समस्याओं का सामना करना पड़ा।

बहरहाल सुशांत पर इन सारी चीजों का प्रभाव नहीं पड़ा। उनका कहना है कि नफरत से सिर्फ और सिर्फ उनके साहस और ²ढ़ विश्वास में इजाफा हुआ है।

इस बारे में बात करते हुए सुशांत ने कहा, इन 14 सालों में मैं कई मुसीबतों में से होकर गुजरा हूं। सेट पर अपमान होकर भावनात्मक परेशानियां झेली है, लुक टेस्ट देने के बाद भी ऑडिशन से बाहर निकाल दिया गया है, किसी काम में महज इसलिए नहीं लिया गया है क्योंकि मैं गे हूं। कुछ लोग ऐसे भी रहे हैं, जिन्होंने मुझे जान से मारने की धमकियां भी दी हैं और तो और सार्वजनिक रूप से मेरे माता-पिता व परिवार पर भद्दी टिप्पणियां व फब्तियां भी कसी गई है।

उन्होंने आगे कहा, लेकिन इन सभी नफरतों से मेरा काम प्रभावित नहीं हुआ क्योंकि इनसे मैं केवल सख्त व मजबूत बना हूं और मेरी मां कहती हैं कि कुत्ते तो बस भौंकते ही रहेंगे! लेकिन रानी को नीचे देखे व सिर हिलाए बगैर चलते जाना है क्योंकि अगर वह ऐसा करती है, तो इससे उसका मुकुट फिसल कर नीचे गिर सकता है।

आने वाले समय में सुशांत की योजना अपना नया एकल गीत जारी करने की है। उन्होंने इस बारे में कहा, मैं अपना एकल गीत जारी करने की योजना बना रहा हूं। मैं किसी एक एल्बम में सभी गानों को संग्रहित कर सकता हूं, लेकिन मैं निश्चित तौर पर अपना एकल गीत जारी करूंगा। मैं टेनॉर व सोप्रानो दोनों में गाऊंगा, ताकि मैं अपनी आवाज की विविधताओं का प्रदर्शन कर सकूं।

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