फेसबुक ने रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) के स्वामित्व वाले जियो प्लेटफॉर्म्स में लगभग 10 प्रतिशत हिस्सेदारी के लिए बुधवार को 5.7 अरब अमेरिकी डॉलर के निवेश की घोषणा करने से बहुत पहले ही भारतीय कंपनियों में निवेश करना शुरू कर दिया था।
सोशल मीडिया की दिग्गज कंपनी ने पिछले साल जून में भारतीय उद्यमियों को सोशल चैनलों के माध्यम से ऑनलाइन कारोबार स्थापित करने में सक्षम बनाने वाले मीशो नामक भारतीय स्टार्टअप में अपना पहला माइनॉरिटी इन्वेस्टमेंट (अल्पसंख्यक निवेश) किया था।
भारत में फेसबुक के वाइस प्रेसीडेंट एंड मैनेजिंग डायरेक्टर अजीत मोहन ने पिछले साल केरल में एक कार्यक्रम में मीशो क्या करता है, इस बात की जानकारी देते हुए कहा था कि यह भारत में समुदायों के मौजूदा व्यवहार पर निर्भर करता है और विशेष रूप से महिला उद्यमियों पर उनके दोस्तों और परिवारों को उत्पादों के लिए पिचिंग कर लाभ बनाता है।
हालांकि, फेसबुक ने मीशो में निवेश की गई राशि का खुलासा नहीं किया है, लेकिन खबरों से पता चलता है कि यह 2 से 2.5 करोड़ (20-25 मिलियन) अमेरिकी डॉलर की सीमा में हो सकता है।
एक बार फिर इस साल फरवरी में, फेसबुक ने जनरल अटलांटिक, सिकोइया इंडिया और अन्य में निवेश किया। साथ ही यह भारत के सबसे तेजी से बढ़ते शिक्षा प्रौद्योगिकी स्टार्ट-अप में से एक अनएकेडमी में 11 करोड़ (110 मिलियन) अमेरिकी डॉलर के वित्तपोषण में शामिल है।
फेसबुक ने जियो प्लेटफॉर्म में 5.7 अरब अमेरिकी डॉलर के निवेश की घोषणा करते हुए कहा कि यह निवेश भारत के लिए उनकी प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है।
वाइस प्रेसीडेंट एंड मैनेजिंग डायरेक्टर अजीत मोहन और फेसबुक के चीफ रेवेन्यू ऑफिसर डेविड फिशर ने एक ब्लॉग पोस्ट में लिखा, भारत हमारे लिए एक विशेष देश है। वर्षों से, फेसबुक ने भारत में लोगों को जोड़ने और व्यवसायों को लॉन्च करने और बढ़ने में मदद करने के लिए निवेश किया है।
उन्होंने कहा, हम भारत की जीवंत डिजिटल अर्थव्यवस्था में अपने निवेश को आगे बढ़ाने के बारे में उत्साहित हैं।
गौरतलब है कि भारत व्हाट्सएप और इंस्टाग्राम सहित फेसबुक के सभी प्रमुख प्लेटफॉर्म्स के लिए एक बहुत बड़ा बाजार है।