महामारी का फैलाव रोके जाने के बाद चीन की आर्थिक बहाली में तेजी आयी है। अप्रैल में अपेक्षाकृत बड़े औद्योगिक कारोबारों के अतिरिक्त मूल्य की वृद्धि दर 3.9 फीसदी तक रही। इस दौरान निर्यात रकम में 8.2 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज हुई। इस के साथ ही चीन के कारखानों में उत्पादन बहाली होने लगी और लोग फिर एक बार सड़कों में शॉपिंग और यात्रा करने आये हैं। मई दिवस के दिनों में चीन के विभिन्न स्थलों में पर्यटकों की संख्या 11.5 करोड़ तक जा पहुंची।
रिपोर्ट है कि चीन और जर्मनी दोनों देशों के बीच वाणिज्यिक चार्टर उड़ानें शुरू की जा रही हैं जो दोनों देशों के व्यापारियों के लिए सुविधाएं तैयार करेंगे। अनेक बहुराष्ट्रीय कंपनियों ने भी चीन में पूंजीनिवेश लगाना शुरू किया है। चीनी उद्योग और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय की एक सर्वेक्षण रिपोर्ट के अनुसार लगभग 40 फीसदी विदेशी-वित्त पोषित उद्यमों ने निकट भविष्य में चीन में निवेश बढ़ाने की योजना बनायी है।
चीन में आर्थिक बहाली होने से वैश्विक आर्थिक विकास में शक्ति डाली गयी है। ब्रिटिश फाइनेंशियल टाइम्स के अनुसार अप्रैल में अमेरिकी शेयर बाजार में तेजी आने के पीछे भी चीन की आर्थिक बहाली का कारण मौजूद है।
चीन में महामारी की रोकथाम करने और आर्थिक बहाली करने में प्राप्त अनुभव दूसरे देशों के लिए भी मददगार है। फ्रांस के पेरिस नम्बर आठ विश्वविद्यालय के प्रोफेसर पीयर पिकार्ट ने कहा कि चीनी राष्ट्रीय जन प्रतिनिधि सभा तथा चीन के आर्थिक प्रदर्शन पर विश्व का ध्यान आकर्षित है। चीन के निर्णय से चीन के भावी आर्थिक विकास पर प्रभाव पड़ेगा और इससे विश्व भी प्रभावित होगा। वर्ष 2020 में चीन गरीबी उन्मूलन और खुशहाल समाज का निर्माण करने का लक्ष्य साकार करेगा। और चीन की 13वीं पंचवर्षीय योजना भी समाप्त हो जाएगी। चीन के विकास से वैश्विक अर्थव्यवस्था में भी स्थिर शक्ति डाली जाएगी।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)।