फिल्मकार अनंत महादेवन ने चक्रवात अम्फान को कवर करने को लेकर राष्ट्रीय मीडिया द्वारा की गई अनदेखी पर नाराजगी जताई है। इस चक्रवात ने 1 करोड़ लोगों के जीवन को प्रभावित किया है। 21 मई को आए अम्फान ने पश्चिम बंगाल और तटीय ओडिशा सहित पूर्वी भारत के कुछ हिस्सों में जमकर तबाही मचाई।
जबकि राष्ट्रीय मीडिया कोविड-19 महामारी और प्रवासियों की दुर्दशा और विफल अर्थव्यवस्था जैसे मुद्दों पर जोर दे रहा है। अनंत का मानना है कि चक्रवात के बाद की स्थितियों भी समान रूप से ध्यान देने योग्य है।
अनंत ने आईएएनएस को बताया, “मुख्यधारा का मीडिया बंगाल, ओडिशा और हमारे देश के उत्तरपूर्वी हिस्से के बारे में पूरी तरह से अनभिज्ञ है। राजनेता अज्ञानी हैं, खैर यह एक अलग विषय है मैं इस पर बाद में बात करूंगा। जिस चक्रवात के कारण इतने सारे लोगों ने अपना जीवन खो दिया है, राष्ट्रीय मीडिया ने इसे व्यापक रूप से क्यों कवर नहीं किया? पत्रकारिता की शक्ति का सही उपयोग क्यों नहीं किया गया है? महामारी और अम्फान समान रूप से विनाशकारी हैं। बंगाल और ओडिशा कोविड-19 के लिए इम्यून नहीं है। अब, वहां के आम लोगों पर चक्रवात ने भी कहर ढाया है।”
उन्होंने आश्चर्य जताते हुए कहा, “एक तरफ, राजनेता पूरी सहानुभूति के साथ योजना नहीं बना रहे हैं और यहां मीडिया भी आधे-अधूरे मन से रिपोटिर्ंग कर रहा है! क्यों”
2015 में, अनंत ने एक उड़िया स्वतंत्रता सेनानी के वास्तविक जीवन पर आधारित ‘गौर हरि दास्तान’ नाम से एक फिल्म बनाई थी, जिसमें पूर्वी भारत को लेकर सामाजिक-राजनीतिक अज्ञानता को दर्शाया गया है। विनय पाठक ने फिल्म में गौर हरि दास की भूमिका निभाई है।
अनंत ने ऑनलाइन किताब ‘वन्स अपॉन ए प्राइम टाइम’ का विमोचन किया है, जिसमें 1983 से वर्तमान समय तक के भारतीय टेलीविजन शो – फिक्शन और नॉन-फिक्शन की यात्रा को बताया है।