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पंजाब में धान रेपाई के लिए मिलेगी आठ घंटे बिजली, मुख्यमंत्री ने किसानों को दिया आश्वासन

पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने आज 10 जून से राज्य में शुरू होने वाले धान रोपाई सीजन के लिए किसानों को निर्बाध रूप से आठ घंटे बिजली आपूर्ति का आश्वासन दिया है। मुख्यमंत्री ने धान किसानों से अपील की है कि वे खरीफ फसलों की बुवाई के मौसम के दौरान कोविड-19 के सुरक्षा प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन करें।

मुख्यमंत्री ने किसानों से कोरोना वायरस महामारी से बचाव के लिए धान की रोपाई के समय मुंह पर मास्क लगाने के साथ ही सोशल डिस्टेंस आदि नियमों का पूरी तरह से पालन करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि दुनिया भर के साथ ही भारत में, कोरोनोवायरस के मामले लगातार बढ़ रहे हैं, इसलिए बचाव जरुरी है।

पंजाब ने 4,000 मंडियों से 128 लाख टन गेहूं की खरीद की

राज्य के किसानों की मेहनत से चालू खरीफ में बंपर फसल के उत्पादन की उम्मीद व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना वायरस जैसी महामारी के समय में रबी सीजन में कठिन परिस्थितियों के बावजूद भी खरीद सुचारू रूप से हुई। खरीद के समय खुद की सुरक्षा के लिए किसानों के साथ ही अधिकारियों और व्यापारियों आदि ने सोशल डिस्टेंस जैसी सभी आवश्यक सावधानी बरती। यही कारण है कि कोविड-19 संकट के बीच, पंजाब ने सफलतापूर्वक पूरे राज्य में 4,000 मंडियों से कोरोनोवायरस संक्रमण के एक भी उदाहरण के बिना 128 लाख टन गेहूं की खरीद पूरी कर ली है।

धान की बुआई सीधे सीडिंग राइस विधि से करने के प्रारंभिक परिणाम उत्साहजनक

उन्होंने चालू खरीफ में धान की बुआई सीधे सीडिंग राइस विधि से करने के प्रारंभिक परिणामों पर भी संतोष व्यक्त किया, जिसके लिए राज्य सरकार ने इस सीजन में किसानों को मशीनें उपलब्ध कराई हैं। उन्होंने कहा कि इस तकनीक से धान की फसल में कम पानी की आवश्यकता होती है, तथा परिणाम उत्साहजनक आ रहे है। प्रवासी मजदूरों की कमी के बीच राज्य सरकार इन मशीनों के उपयोग को प्रोत्साहित कर रही है।

पीटीआई एजेंसी इनपुट।

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