मामला कलियासोत क्षेत्र का है। अमित जाटव और गजेंद्र नहाने गए थे। दोनों तालाब में नहा रहे थे, इसी दौरान एक मगरमच्छ ने अमित पर हमला बोल दिया और वह उसे खींचकर ले जाने लगा तभी गजेंद्र ने अपनी जान को जोखिम में डालकर दोस्त की जान बचाने में कामयाबी हासिल कर दोस्ती की मिसाल पेश की है।
अमित ने पूरे घटनाक्रम का ब्यौरा देते हुए संवाददाताओं को बताया कि वह अपने मित्र गजेंद्र के साथ तालाब में स्नान कर रहा था तभी उसके पैर को मगरमच्छ ने पकड़ लिया और पानी में नीचे की तरफ खींच ले गया। इसी दौरान गजेंद्र ने किसी तरह उसे सुरक्षित बचा लिया।
अमित का अस्पताल में इलाज चल रहा है। वह बताता है कि उसे इस बात का भरोसा ही नहीं था कि उसकी जान बच पाएगी, मगर गजेंद्र उसकी जान बचाने एक अवतार बनकर आया। गजेंद्र ने जो किया उसे शब्दों में बयां नहीं कर सकता। वहीं गजेंद्र का कहना है कि उसने दोस्त की खातिर जान को दांव पर लगाने में हिचक नहीं दिखाई क्योंकि उसके लिए दोस्ती ज्यादा बड़ी है।