बिहार में मॉनसून के दौरान संभावित बाढ़ के खतरे के मद्देनजर राज्य के अलग-अलग जिलों में एनडीआरएफ की 13 टीमें तैनात की जा रही हैं, ताकि किसी भी विपरीत स्थिति से निपटा जा सके।
पटना के बिहटा स्थित एनडीआरएफ की 9वीं वाहिनी के कमान्डेंट विजय सिन्हा ने मंगलवार को बताया कि बिहार राज्य आपदा प्रबंधन विभाग की मांग पर तथा नई दिल्ली स्थित बल मुख्यालय की सहमति से 9वीं वाहिनीं एनडीआरएफ की कुल 13 टीमों को बिहार राज्य के कटिहार, अररिया, सुपौल, किशनगंज, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, मोतिहारी, बेतिया, नालन्दा, छपरा, पटना तथा बक्सर जिलों में तैनात किया जा रहा है।
उन्होंने बताया, “फिलहाल बेतिया, अररिया, मुजफ्फरपुर, किशनगंज तथा दरभंगा में टीमों की तैनाती की जा चुकी है, जबकि कटिहार, मोतिहारी और गोपालगंज जिलों में बुधवार को टीमों को तैनात कर दिया जाएगा। शेष अन्य जिलों में भी जल्द ही एनडीआरएफ टीमें तैनात कर दी जाएंगी।”
उन्होंने बताया कि सभी टीमें अत्याधुनिक बाढ़ बचाव उपकरण, कटिंग टूल्स व उपकरण, संचार उपकरण, मेडिकल फर्स्ट रेस्पांडर किट, डीप डाइविंग सेट, इनलैटेबल लाइटिंग टॉवर आदि से लैस हैं। टीमों में कुशल गोताखोर, तैराक और मेडिकल स्टाफ मौजूद हैं, जो कि बाढ़ आपदा के दौरान राहत व बचाव कार्य में लोगों को हर सम्भव मदद पहुंचाने में सक्षम हैं और बचावकर्मी सदैव तत्पर रहेंगे।
इस वर्ष कोरोना के संक्रमण को लेकर खास तैयारी के विषय में कमांडेंट सिन्हा ने बताया कि “इस वर्ष बाढ़ आपदा के दौरान कोरोनावायरस महामारी को भी हमारे बचावकर्मी गम्भीरता से लेंगे। सभी कार्मिकों को कोरोनावायरस महामारी को ध्यान में रखते हुए पीपीई, मास्क, फेस शील्ड, फैब्रिकेटेड फेस हुड कवर, सेनेटाइजर, हैंड वाश दिए गए हैं।”
उन्होंने कहा कि बाढ़ बचाव ऑपेरशन के दौरान हमारे एनडीआरएफ के बचावकर्मी कोरोनावायरस संक्रमण से बचाव के लिए सुरक्षात्मक दिशा-निर्देश तथा प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन करेंगे तथा आम जनता को भी कोविड-19 सुरक्षात्मक उपायों को पालन करने के लिए जागरूक व प्रोत्साहित करेंगे।
सिन्हा ने कहा कि एनडीआरएफ के सभी टीम कमान्डर संबंधित जिलों में जिला प्रशासन से कुशल समन्वय व तालमेल स्थापित कर बाढ़ आपदा के दौरान अपरेशनल जिम्मेदारियों को दृढ़ता तथा व्यवसायिक दक्षता के साथ अंजाम देंगे।