आर्थिक गतिविधियों के फिर से शुरू होने के बाद देश में जुलाई में उपभोक्ता विश्वास में सुधार हुआ है। यह जानकारी मासिक रीफिनिटिव-इप्सास प्राइमरी कंज्यूमर सेंटीमेंट इंडेक्स (पीसीएसआई) से सामने आई है।
इप्सास की तरफ से जारी एक बयान में कहा गया है कि भारत के लिए उपभोक्ता भावना सूचकांक जुलाई 2020 में 2.6 प्रतिशत बढ़ गया है। जून में इसमें मामूली 0.4 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी। जबकि अप्रैल और मई में इसमें भारी गिरावट आई थी।
मासिक पीसीएसआई से पता चलता है कि जुलाई 2020 में सभी चार उपसूचकांकों में सुधार हुआ है। पीसीएसआई चार उपसूचकांकों को मिलाकर निकाला जाता है।
पीसीएसआई रोजगार विश्वास उपसूचकांक में 0.7 प्रतिशत सुधार हुआ है, आर्थिक उम्मीद उपसूचकांक में 4.9 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
पीसीएसआई निवेश वातावरण उपसूचकांक में 2.1 प्रतिशत की वृद्धि हुई, और मौजूदा निजी वित्तीय स्थिति उपसूचकांक में 2.2 प्रतिशत वृद्धि हुई।
इप्सास इंडिया के सीईओ अमित आदरकर ने कहा, “कोविड-19 के सभी धुंधलके के बीच अनलॉक-2 से कुछ उम्मीद लौटी है। अर्थव्यवस्था और आजीविका के संदर्भ में कुछ हद तक सामान्य स्थिति लौट रही है, जिसके कारण आशावाद में मामूली सुधार हुआ है।”