अयोध्या में शनिवार को रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की बैठक हुई। इस दौरान निर्णय लिया गया कि श्रीरामजन्मभूमि पर प्रस्तावित मंदिर 161 फीट ऊंचा होगा और इसमें पांच गुंबद होंगे।
ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल की अध्यक्षता में करीब ढाई घंटे तक चली। इस बैठक में ट्रस्ट के ज्यादातर सदस्य मौजूद रहे और मंदिर निर्माण को लेकर तमाम बिंदुओं पर चर्चा हुई। राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य कामेश्वर चौपाल ने बताया, “राम मंदिर 161 फीट ऊंचा होगा और इसमें तीन की बजाय अब पांच गुंबद बनाए जाएंगे।”
चौपाल ने बताया कि श्रीराम मंदिर के निर्माण के लिए पीएम आफिस को भूमि पूजन के लिए तीन तथा पांच अगस्त की तारीख का प्रस्ताव भेजा गया है। अब पीएम मोदी तीन या फिर पांच अगस्त को अयोध्या में मंदिर के लिए भूमि पूजन करेंगे।
इसके साथ ट्रस्ट की बैठक में राम मंदिर के स्वरूप पर भी हुई चर्चा। बैठक में निर्णय लिया गया कि पहले मंदिर में तीन गुंबद बनने थे, लेकिन अब पांच गुंबद होंगे। राम मंदिर का मॉडल विश्व हिंदू परिषद का ही रहेगा, लेकिन उसकी लंबाई, चौड़ाई और ऊंचाई बढ़ जाएगी। मंदिर निर्माण में तीन से साढ़े तीन वर्ष लगेगा। कोरोना के कारण निर्माण में देरी हो गई है। पत्थर मंगाए जाएंगे इसके लिए कमेटी बनायी गयी है। परिसर बढ़ाए जाने की कोई बात नहीं हुई है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री की तिथि के लिए पीएमओ को अनुरोध भेजा गया है। लेकिन अभी परिस्थितियां ठीक नहीं है। पीएमओ अपनी सुविधानुसार तिथि देगा। उसी अनुरूप मंदिर निर्माण का कार्य शुरू हो जाएगा।