रूस में बनकर तैयार हुई कोविड-19 की वैक्सीन 1 जनवरी, 2021 से सिविलियन सकुर्लेशन में जाएगी यानि कि इसी दिन से इसकी पहुंच आम लोगों तक कराई जाएगी। मंगलवार को रूस द्वारा पंजीकृत इस वैक्सीन के प्रमाण पत्र के हवाले से मीडिया ने इस बात की सूचना दी।
तास समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक, रूसी स्वास्थ्य मंत्री मिखाइल मुराशको ने कहा कि यहां के माइक्रोबायोलॉजी रिसर्च सेंटर गेमालेया और रूसी रक्षा मंत्रालय द्वारा संयुक्त रूप से विकसित कोविड-19 की वैक्सीन सबसे पहले चिकित्साकर्मियों और शिक्षकों को दी जाएगी।
उन्होंने कहा, “हम आम लोगों में चरणबद्ध तरीके से इसका उपयोग करना शुरू करेंगे। इसमें सबसे पहले उन्हें प्राथमिकता दी जाएगी जो काम के सिलसिले में संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आते हैं और ये चिकित्सा कर्मी हैं और यह उन्हें भी पहले मुहैया कराई जाएगी जो बच्चों की सेहत के लिए जिम्मेदार हैं यानि कि शिक्षक।”
रूसी स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि वैक्सीन के उत्पादन के लिए गेमालेया रिसर्च सेंटर इंस्टीट्यूट और फार्मास्युटिकल कंपनी बिन्नोफार्म जेएससी इन्हीं दो जगहों का उपयोग किया जाएगा।
रूसी प्रत्यक्ष निवेश कोष के प्रमुख किरिल दिमित्रीग ने कहा कि देश को वैक्सीन की खुराक के लिए सौ करोड़ अनुरोध मिले हैं।
उन्होंने कहा, “हमने गेमालेया रिसर्च इंस्टीट्यूट द्वारा बनाए गए रूसी वैक्सीन के प्रति दुनिया की गहरी रूचि देखी है। हमें बीस राज्यों से वैक्सीन की सौ करोड़ से अधिक खुराक की खरीद के लिए प्रारंभिक अनुरोध प्राप्त हुए हैं।”
उन्होंने कहा कि रूस पांच देशों में अपने विदेशी भागीदारों के साथ मिलकर वैक्सीन की 50 करोड़ से अधिक खुराक के उत्पादन को सुनिश्चित करने के लिए तैयार है।
तास समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक, रूस की योजना अपनी उत्पादन क्षमता को और बढ़ाने की है।