in , ,

दिल्ली विवि में शुरू हुए दूसरे फेज के ओपन बुक एग्जाम

दिल्ली विश्वविद्यालय में दूसरे फेज के ओपन बुक एग्जाम सोमवार (14 सितंबर) से शुरू हो गए हैं। इन परीक्षाओं में 13 हजार से अधिक छात्र हिस्सा ले रहे हैं। ये परीक्षाएं दिल्ली विश्वविद्यालय द्वारा अंतिम वर्ष के छात्रों के लिए आयोजित की गई हैं। ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन के छात्र ये परीक्षाएं दे रहे हैं। दिल्ली विश्वविद्यालय में परीक्षा विभाग के ऑफिसिएटिंग डीन डी.एस. रावत ने कहा, विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित की गई ओपन बुक परीक्षा में एसओएल (ओपन लर्निग) के 10,780 छात्रों ने शामिल होने के लिए पंजीकरण कराया है। यह छात्र ऑनलाइन माध्यम से अंतिम वर्ष की परीक्षाएं दे रहे हैं। वहीं 3,035 छात्रों ने पेन पेपर के माध्यम से होने वाली फिजिकल परीक्षा में शामिल होने का निर्णय किया है।

पेन पेपर के माध्यम से होने वाले एग्जाम के परीक्षा केंद्र दिल्ली के शहीद राजगुरू कॉलेज, डीडीयू कॉलेज, देशबंधु कॉलेज, एसपीएम कॉलेज, शहीद भगत सिंह कॉलेज, और तीन एसओएल सेंटर बनाए गए हैं। सभी परीक्षा केंद्रों पर दिल्ली विश्वविद्यालय द्वारा सोशल डिस्टेंसिंग की व्यवस्था की गई है। साथ ही इन सभी केंद्रों को पूरी तरह सैनिटाइज भी करवाया गया है।

रावत ने कहा, रेगुलर कॉलेज के 2,000 छात्र भी इस ओपन बुक एग्जाम में शामिल हो रहे हैं। इनमें से 278 छात्रों ने पेन पेपर के माध्यम से ऑफलाइन परीक्षा देने का निर्णय किया है। इन सभी 278 छात्रों के परीक्षा केंद्र, छात्रों के कॉलेज अथवा विभागों में ही बनाए गए हैं।

दूसरे फेज के ओपेन बुक एग्जाम के उन छात्र-छात्राओं के लिए आयोजित किए गए हैं जो कि पहले चरण की परीक्षा में या तो शामिल नहीं हो पाये या पहले चरण के ओबीई के दौरान अपनी आंसर शीट की स्कैन कॉपी को तकनीकी या इंटरनेट की समस्या के चलते अपलोड नहीं कर पाए।

दिल्ली विश्वविद्यालय द्वारा पहले चरण के ओपेन बुक एग्जाम का आयोजन 10 अगस्त से 31 अगस्त 2020 तक किया गया था। इस दौरान 2 लाख से अधिक छात्रों ने अंतिम वर्ष की परीक्षाएं दी थी। दिल्ली विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित इन परीक्षाओं में ऑनलाइन माध्यमों से छात्र देश के किसी भी हिस्से से परीक्षा दे सकते हैं। हालांकि ऑफलाइन परीक्षा के केंद्र केवल दिल्ली में ही बनाए गए हैं।

दिल्ली विश्वविद्यालय की ओपेन बुक परीक्षा के दौरान छात्र-छात्राओं को प्रश्न पत्र ईमेल से उपलब्ध कराये जाते हैं और छात्रों को निर्धारित समयावधि में इन्हें उत्तर लिख कर स्कैन कॉपी ईमेल करनी होती है। परीक्षार्थियों द्वारा आंसर शीट के सबमिशन के बाद ऑटो-रिप्लाई से कन्फर्मेशन मेल आती है।

निट्टो ने एटीपी फाइनल्स के साथ करार आगे बढ़ाया

देश के विकास के लिए लाखों इंजीनियर देता है बिहार: प्रधानमंत्री