हर साल 2 अक्टूबर को गांधी जयंती मनाई जाती है। भारत की आजादी में देश के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के अभूतपूर्व योगदान को कोई नहीं भुला सकता। वे सत्य और अहिंसा की राह पर चलने वाले महात्मा थे। देश-दुनिया में आज भी उनके विचार जीवित हैं। उनका सम्मान पूरी दुनिया करती है। महात्मा गांधी की 151वीं जयंती मनाने के लिए चीन में भारतीय दूतावास ने एक सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया, जहां भारतीय राजदूत विक्रम मिश्री ने सबसे पहले गांधी जी की तस्वीर पर माला चढ़ाकर उनको श्रद्धांजलि दी, और वहां उपस्थित जनों को संबोधित किया।
भारतीय राजदूत विक्रम मिश्री ने अपने संबोधन में कहा कि पिछले साल गांधी जी की 150वीं जयंती मनाने के लिए भारतीय दूतावास ने कई कार्यक्रम आयोजित किये, और इस साल भी आयोजित किए जा रहे हैं।
साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि गांधी जयंती को अंतरराष्ट्रीय अहिंसा दिवस के रूप में भी मनाया जाता है। संयुक्त राष्ट्रसंघ ने 15 जून, 2007 को एक प्रस्ताव पारित कर दुनिया से यह आग्रह किया कि वह शांति और अहिंसा के विचार पर अमल करे और महात्मा गांधी के जन्म दिवस को अंतरराष्ट्रीय अहिंसा दिवस के रूप में मनाए।
राजदूत विक्रम मिश्री ने अपने संबोधन में यह भी कहा कि किसी भी समाज में हिंसा की कोई जगह नहीं है। आज जहां पूरा विश्व नकारात्मक ऊर्जा में जकड़ रहा है, वहां गांधी जी और उनकी विचारधारा ज्यादा प्रासंगिक हो गई हैं। गांधी जी ने शांति और सद्भाव की दुनिया विकसित करने की ओर प्रेरित किया। राजदूत विक्रम मिश्री ने अपने संबोधन में लाल बहादुर शास्त्री को भी याद किया।
भारतीय दूतावास के स्वामी विवेकानंद सांस्कृतिक केंद्र की ओर से प्रतिभागियों ने महात्मा गांधी का प्रिय भजन वैष्णव जन और रघुपति राघव राजा राम गाया।
वहीं, सुप्रसिद्ध गांधीवादी विचारक, इतिहासकार डॉ. शोभना राधाकृष्णा ने वीडियो के माध्यम से उपस्थित जनों को गांधी जी की विचारधाराओं और सिद्धांतों से अवगत करवाया, और गांधी कथा सुनायी।
उन्होंने कहा कि गांधी जी का मानवतावादी नजरिया बस भारत के लिए नहीं, बल्कि पूरी दुनिया के लिए था। भारत के अलावा एशिया के कई और देशों पर भी गांधी का असर पड़ा है।
उन्होंने यह भी कहा कि गांधी भले चीन न गए हों, लेकिन वहां उनकी काफी इज्जत है। चीन के युवा चीनी भाषा में उपलब्ध गांधी साहित्य में काफी दिलचस्पी लेते हैं। उन्होंने न केवल गांधी के बारे में पढ़ा है, बल्कि खुद गांधी को भी पढ़ा है। इसी वजह से वो गांधी के प्रति काफी श्रद्धा रखते हैं।