आंध्र प्रदेश के राज्यपाल बिस्वा भूषण हरिचंदन ने लोगों से शुक्रवार को गांधी जयंती के अवसर पर सत्य और अहिंसा के सिद्धांतों के लिए खुद को फिर से समर्पित करने का संकल्प लेने का आह्वान किया।
हरिचंदन ने कहा, “गांधीजी का राष्ट्र के लिए सर्वोच्च बलिदान, उनकी अमर भावना और अमिट सीख हमारा हमेशा एक राष्ट्र के रूप में मार्गदर्शन करेंगी और उनकी शिक्षाएं हमेशा विश्व नेताओं के लिए प्रेरणास्त्रोत रही हैं।”
उन्होंने राष्ट्रपिता की 151वीं जयंती पर उनको श्रद्धांजलि दी और और पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री को भी श्रद्धांजलि दी। उनका जन्मदिन भी आज ही है।
राज्यपाल ने महात्मा गांधी की तस्वीर पर पुष्प अर्पित किए।
उन्होंने कहा, “महात्मा गांधी ने ब्रिटिश लोगों से भारत छोड़ने की मांग की और देश के लोगों को असहयोग आंदोलन में शामिल होने का आह्वान किया। महात्मा गांधी द्वारा किए गए आह्वान के उत्तर में हजारों लोग सड़कों पर आए और ब्रिटिश शासन के खिलाफ विद्रोह किया।”
मुख्यमंत्री वाई.एस. जगन मोहन रेड्डी ने भी गांधी जी के जयंती पर उनके प्रति सम्मान व्यक्त किया।
रेड्डी ने कहा, “सत्य और अहिंसा के अपने आदशरें का प्रचार करके देश को स्वतंत्र कराने और आकार देने वाले महान नेता को नमन।”
उन्होंने कहा कि गांधीजी भले ही आज हमारे साथ नहीं हैं, लेकिन उनके उपदेशों और नेक विचारों ने समय की कसौटी पर खरा उतर कर लाखों लोगों का मार्गदर्शन किया है।
नई दिल्ली में भी दोनों तेलुगू राज्यों, आंध्र और तेलंगाना के रेजिडेंट कमिश्नरों ने आंध्र भवन और तेलंगाना भवन में गांधी जयंती मनाई।