प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को 72वें गणतंत्र दिवस के उपलक्ष्य में इंडिया गेट के पास पहुंचकर राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर माल्यार्पण कर शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि दी। गार्ड कमांडर ने पारंपरिक बिगुल की धुन ‘दि लास्ट पोस्ट’ पर अपनी सलामी दी। वर्दी में उपस्थित सभी अधिकारियों ने भी इस दौरान सलामी दी, जबकि अन्य सभी ‘सावधान की मुद्रा’ में खड़े रहे। ‘दि लास्ट पोस्ट’ के बाद दो मिनट तक मौन रखा गया।
इसके बाद बिगुल बजाने के माध्यम से इस मौन अवधि को समाप्त किया गया और गार्ड कमांडर ने सभी को अपने-अपने हथियारों के साथ दी जाने वाली सलामी ‘सलामी शस्त्र’ का आदेश दिया।
इस खास मौके पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत, भारतीय सेना प्रमुख जनरल एम.एम. नरवणे, नौसेना प्रमुख एडमिरल करमबीर सिंह और भारतीय वायु सेना प्रमुख (आईएएफ) एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया भी मौजूद रहे।
तत्पश्चात प्रधानमंत्री सहित अन्य गणमान्य सलामी मंच की ओर आगे बढ़े। इसके बाद राष्ट्रीय राजधानी के राजपथ पर गणतंत्र दिवस के जश्न के बीच भारत की सैन्य शक्ति, सांस्कृतिक विविधता, सामाजिक और आर्थिक प्रगति का प्रदर्शन किया गया।
सशस्त्र बलों की झांकियों के अलावा, विभिन्न राज्यों की 17, केंद्र सरकार के विविध मंत्रालयों/विभागों और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल की 9 झांकियों का प्रदर्शन किया गया। इनके अलावा, रक्षा मंत्रालय की भी छह झांकिया रहीं।