आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने अगले महीने होने वाले निकाय चुनावों के मद्देनजर रविवार को हरियाणा के लोगों से उन्हें राज्य के लोगों की सेवा करने का मौका देने की अपील की। उन्होंने अपने पैतृक स्थान कुरुक्षेत्र में एक चुनावी सभा में कहा, “मुझे एक मौका दीजिए, मैं हरियाणा के सभी स्कूलों में सुधार करूंगा। दिल्ली के सरकारी स्कूलों की हालत इसका सबूत है। गरीब लोगों के बच्चे भी इंजीनियर और डॉक्टर बन सकते हैं।”
उन्होंने कहा, “हमने दिल्ली के निजी स्कूलों को पिछले सात सालों में फीस बढ़ाने की इजाजत नहीं दी।”
दिल्ली के मुख्यमंत्री ने पंजाब में आप सरकार के एक मंत्री को बर्खास्त किए जाने का जिक्र करते हुए कहा, “वह मंत्री भ्रष्ट थे। कोई नहीं जानता था, मीडिया नहीं जानता था। लेकिन हमने उन्हें बर्खास्त कर दिया और जेल भिजवा दिया। कोई और पार्टी अपने मंत्री के खिलाफ ऐसा सख्त कदम नहीं उठा सकती।”
पड़ोसी राज्य पंजाब में विधानसभा चुनावों में आप के शानदार प्रदर्शन के बाद हरियाणा में अपनी पहली रैली को संबोधित करते हुए केजरीवाल ने राज्य में सत्तारूढ़ भाजपा को मौजूदा मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के नेतृत्व में 2024 का विधानसभा चुनाव लड़ने की चुनौती दी।
उन्होंने कहा, “कुछ पत्रकार मुझसे कह रहे थे कि भाजपा खट्टर साहब को हटाने जा रही है और उनकी जगह किसी और को मुख्यमंत्री बना रही है। क्या आपने इसके बारे में सुना है? क्या खट्टर साहब भ्रष्ट हैं? क्या वह काम नहीं करते हैं? मैं भाजपा को चुनौती देना चाहता हूं। अगर उनमें हिम्मत है, तो वह खट्टर साहब के नेतृत्व में 2024 का चुनाव लड़े।”
आप प्रमुख ने हरियाणा में अपनी जड़ों को याद करते हुए कहा, “मुझे यह सबसे ज्यादा पसंद है, जब लोग मुझे हरियाणा का लाल कहते हैं। हरियाणा मेरी जन्मभूमि है। जन्मभूमि एक मां की तरह होती है। एक इंसान मां और मातृभूमि का कर्ज सात जन्मों में भी नहीं चुका सकता।”
उन्होंने यह भी कहा कि जो लोग चाहते हैं कि उनके बच्चे गुंडे बनें, उन्हें भाजपा में भेजना चाहिए।
केजरीवाल ने कहा, “जो चाहते हैं कि उनके बच्चे डॉक्टर, इंजीनियर, वकील बनें, वे हमारे साथ आएं। जो चाहते हैं कि वे दंगाई, गुंडे, दुष्कर्मी बनें, वे उनके (भाजपा) साथ जाएं। ऐसे सभी तत्व उस पार्टी में हैं।”
उन्होंने कहा, “वे आपके बच्चों को कभी नौकरी नहीं देंगे, क्योंकि उन्हें अपनी पार्टी के लिए बेरोजगार गुंडों की जरूरत है। वे आपके बच्चों को दंगा करना सिखाएंगे और हम आपके बच्चों को पढ़ने के लिए विदेश भेजेंगे। उनमें और हम में यही फर्क है। “