फरवरी, 2020 के दौरान ‘सभी जिंसों’ के लिए आधिकारिक थोक मूल्य सूचकांक (आधार वर्ष: 2011-12=100) पिछले महीने के 122.9 अंक (अनंतिम) से 0.6 प्रतिशत घटकर 122.2 अंक (अनंतिम) रह गया।
मुद्रास्फीति
मासिक थोक मूल्य सूचकांक (डब्ल्यूपीआई) पर आधारित मुद्रास्फीति की वार्षिक दर फरवरी, 2020 के दौरान (फरवरी, 2019 की तुलना में) 2.26 प्रतिशत (अनंतिम) रही, जबकि इससे पिछले महीने यह 3.1 प्रतिशत (अनंतिम) थी। इस तरह फरवरी, 2020 के दौरान महंगाई में उल्लेखनीय कमी दर्ज की गई है। वहीं, पिछले वर्ष के इसी महीने में यह 2.93 प्रतिशत रही थी। वित्त वर्ष में अब तक क्रमिक वृद्धि के साथ मुद्रास्फीति की दर 1.92 प्रतिशत आंकी गई है, जबकि पिछले वर्ष की इसी अवधि में क्रमिक वृद्धि के साथ मुद्रास्फीति या महंगाई दर 2.75 प्रतिशत थी।
विभिन्न जिंस समूहों के सूचकांक में उतार-चढ़ाव कुछ इस प्रकार रहे :-
प्राथमिक वस्तुएं (भारित 22.62 प्रतिशत)
इस प्रमुख समूह का सूचकांक पिछले महीने के 147.2 अंक (अनंतिम) से 2.8 प्रतिशत घटकर 143.1 अंक (अनंतिम) रह गया। फरवरी, 2020 के दौरान जिन समूहों और वस्तुओं के सूचकांक में उतार-चढ़ाव देखे गए, वे इस प्रकार हैं :
‘खाद्य उत्पाद’ समूह का सूचकांक फरवरी, 2019 के 160.8 अंक (अनंतिम) से 3.7 प्रतिशत घटकर 154.9 अंक (अनंतिम) रह गया। फरवरी, 2020 के दौरान फल एवं सब्जियों (14 प्रतिशत); चाय (8 प्रतिशत); अंडे एवं मक्का (प्रत्येक 7 प्रतिशत), मसाले एवं बाजरा (प्रत्येक 4 प्रतिशत), चना एवं ज्वार (प्रत्येक 2 प्रतिशत) और अंतर्देशीय मछली, रागी, गेहूं, उड़द एवं मसूर (प्रत्येक 1 प्रतिशत) के दाम घट गए। वहीं, दूसरी ओर इस दौरान समुद्री मछली (5 प्रतिशत), पान के पत्ते (4 प्रतिशत), मूंग एवं पोल्ट्री चिकन (प्रत्येक 3 प्रतिशत), मांस (2 प्रतिशत) और जौ, राजमा व अरहर (प्रत्येक 1 प्रतिशत) के दाम बढ़ गए।
‘अखाद्य पदार्थों’ के समूह का सूचकांक फरवरी, 2019 के 132.1 अंक (अनंतिम) से 0.4 प्रतिशत घटकर फरवरी, 2020 में 131.6 अंक (अनंतिम) रह गया। ऐसा कुसुम (कार्डी बीज) (7%), सोयाबीन (6%), कपास बीज (4%), अरंडी बीज एवं अलसी (प्रत्येक 3%), रेपसीड एवं सरसों के बीज और चारा (प्रत्येक 2%) और कच्ची कपास व मेस्ता (प्रत्येक 1%) के दाम घटने से संभव हुआ। हालांकि, कच्चे रेशम (7%), पुष्पकृषि (5%), मूंगफली के बीज एवं कच्चे जूट (प्रत्येक 3%) और कॉयर फाइबर एवं कच्चे रबर (प्रत्येक 1%) के दाम बढ़ गए।
‘खनिज’ समूह का सूचकांक पिछले महीने के 142.6 अंक (अनंतिम) से 3.5 प्रतिशत बढ़कर 147.6 अंक (अनंतिम) हो गया। ऐसा लौह अयस्क (7%), फॉस्फोराइट एवं कॉपर कंसन्ट्रेट (प्रत्येक 4%) और चूना पत्थर (3%) के दाम बढ़ने के कारण हुआ। हालांकि, क्रोमाइट एवं बॉक्साइट (प्रत्येक 3%), लेड कंसन्ट्रेट एवं जिंक कंसन्ट्रेट (प्रत्येक 2%) और मैंगनीज अयस्क (1%) के दाम घट गए।
ईंधन एवं बिजली (भारित 13.15 प्रतिशत)
इस प्रमुख समूह का सूचकांक फरवरी, 2019 के 102.7 अंक (अनंतिम) से 1.2 प्रतिशत बढ़कर फरवरी, 2020 में 103.9 अंक (अनंतिम) हो गया।
‘खनिज तेल’ समूह का सूचकांक 93.5 अंक (अनंतिम) से 1.2 प्रतिशत घटकर 92.4 अंक (अनंतिम) रह गया। ऐसा नैफ्था (7%), एचएसडी (4%) और पेट्रोल (3%) के दाम घटने के कारण संभव हुआ। वहीं, दूसरी ओर एलपीजी (15%) पेट्रोलियम कोक (6%), फर्नेस ऑयल एवं कोलतार (प्रत्येक 4%), केरोसीन (2%) और ल्यूब ऑयल (1%) के दाम बढ़ गये।
‘बिजली’ समूह का सूचकांक 110.0 अंक (अनंतिम) से 7.2 प्रतिशत बढ़कर 117.9 अंक (अनंतिम) हो गया। ऐसा बिजली की दरें (7%) बढ़ने के कारण हुआ।
निर्मित उत्पाद (भारित 64.23 प्रतिशत)
इस प्रमुख समूह का सूचकांक फरवरी, 2019 के 118.5 अंक (अनंतिम) से 0.2 प्रतिशत बढ़कर फरवरी, 2020 में 118.7 अंक (अनंतिम) हो गया।
‘खाद्य उत्पादों के विनिर्माण’ समूह का सूचकांक पिछले महीने के 138.2 अंक (अनंतिम) से 0.9 प्रतिशत घटकर 136.9 अंक (अनंतिम) रह गया। ऐसा चावल की भूसी के तेल एवं प्रोसेस्ड चाय (प्रत्येक 4%), गुड़ एवं कपास (प्रत्येक 3%), सरसों तेल, सूरजमुखी तेल एवं सूजी (प्रत्येक 2%) और वनस्पति, मैदा, चावल उत्पादों एवं पाम ऑयल (प्रत्येक 1%) के दाम घटने के कारण संभव हुआ। वहीं, दूसरी ओर शीरा (4%) और मसाले, आइसक्रीम, मूंगफली तेल एवं नमक (प्रत्येक 1%) के दाम बढ़ गए।
‘पेय पदार्थों के विनिर्माण’ समूह का सूचकांक फरवरी, 2019 के 124.0 अंक (अनंतिम) से 0.1 प्रतिशत बढ़कर फरवरी, 2020 में 124.1 अंक (अनंतिम) हो गया। इस दौरान बोतलबंद मिनरल वाटर का दाम 1 प्रतिशत घट गया।
‘तंबाकू उत्पादों के विनिर्माण’ समूह का सूचकांक फरवरी, 2019 के 151.0 अंक (अनंतिम) से 2.1 प्रतिशत बढ़कर फरवरी, 2020 में 154.2 अंक (अनंतिम) हो गया। ऐसा सिगरेट के दाम 4 प्रतिशत और अन्य तंबाकू उत्पादों के दाम 1 प्रतिशत बढ़ने के कारण हुआ।
‘वस्त्र विनिर्माण’ समूह का सूचकांक फरवरी, 2019 के 116.4 अंक (अनंतिम) से 0.3 प्रतिशत बढ़कर फरवरी, 2020 में 116.7 अंक (अनंतिम) हो गया। ऐसा कपड़ों की बुनाई एवं अन्य कपड़ों के विनिर्माण (प्रत्येक 1%) के दाम बढ़ने के कारण हुआ।
-वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय।