तेल निर्यातक देशों का समूह ओपेक और ओपेक के बाहर तेल के प्रमुख उत्पादक, उत्पादन कटौती को लेकर होने वाली बैठक से पहले अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम में गुरूवार को लगातार दूसरे दिन तेजी रही।
विदेशी बाजारों से मिले मजबूत संकेतों से घरेलू वायदा बाजार में भी कच्चे तेल में पांच फीसदी का उछाल आया।
कोरोनावायरस के प्रकोप से दुनियाभर में आर्थिक गतिविधियां प्रभावित होने से कच्चे तेल की खपत में भारी गिरावट आ गई है जिसके कारण इसके दाम पर लगातार दबाव देखा जा रहा है।
इस दबाव को कम करने और उत्पादन में कटौती कर बाजार में संतुलन बनाने के मकसद से ओपेक और रूस के बीच गुरूवार को एक बैठक हो रही है जिसमें उत्पादन कटौती को लेकर करार हो सकता है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पिछले सप्ताह कहा था कि उन्होंने ओपेक का प्रमुख उत्पादक सउदी अरब और रूस को इस बात के लिया मनाया है और संभव है कि दोनों देश रोजाना 100-150 लाख बैरल उत्पादन कम करने को राजी हो।
मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) पर गुरूवार को सुबह 9.45 बजे कच्चे तेल का अप्रैल अनुबंध पिछले सत्र से 96 रुपए यानी 5.07 फीसदी की तेजी के साथ 1990 रुपए प्रति बैरल पर बना हुआ था। इससे पहले सुबह नौ बजे कच्चे तेल का अनुबंध एमसीएक्स पर 1969 रुपए पर खुला और 2007 रुपए प्रति बैरल तक उछला।
अंतर्राष्ट्रीय वायदा बाजार इंटरकांटिनेंटल एक्सचेंज (अईसीई) पर जून डिलीवरी ब्रेंट क्रूड का अनुबंध पिछले सत्र से 0.64 फीसदी की बढ़त के साथ 33.05 डॉलर प्रति बैरल पर बना हुआ था जबकि इससे पहले ब्रेंट का भाव 33.89 डॉलर प्रति बैरल तक उछला। पिछले सत्र में आईसीई पर ब्रेंट क्रूड में तीन फीसदी की तेजी आई।
न्यूयार्क मर्केंटाइल एक्सचेंज यानी नायमैक्स पर अमेरिकी लाइट क्रूड वेस्ट टेक्सास के मई डिलीवरी अनुबंध में पिछले सत्र से 2.75 फीसदी की तेजी के साथ 25.78 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार चल रहा था।