विशेष रेलगाड़ियों को चलाने के लिए राज्य सरकारों की मांगों के बाद, भारतीय रेलवे ने शुक्रवार को कहा कि फंसे हुए मजदूरों, तीर्थयात्रियों, पर्यटकों और छात्रों को घरों तक पहुंचाने के लिए शुक्रवार से श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चलेंगी।
रेलवे के कार्यकारी निदेशक मीडिया आर डी बाजपेयी ने एक बयान में कहा कि गृह मंत्रालय द्वारा जारी गाइडलाइन के अनुसार, श्रम दिवस पर श्रमिक स्पेशल चलाने का निर्णय लिया गया है।
रेलवे और गृह मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों ने इस मुद्दे पर चर्चा करने के लिए गुरुवार को बैठक की थी।
अधिकारियों का ध्यान इस पर तब गया, जब राष्ट्रीय ट्रांसपोर्टर ने तेलंगाना से झारखंड तक लगभग 40 दिनों में पहली विशेष ट्रेन चलाई, जिसमें 1,200 प्रवासी मजदूरों को ले जाया गया।
बाजपेयी ने कहा कि इन विशेष ट्रेनों द्वारा फंसे हुए व्यक्तियों को पहुंचाने के लिए राज्य सरकारों ने स्टैंडर्ड प्रोटोकॉल के तहत अनुरोध किया है कि ट्रेनों को प्वाइंट-टू-पॉइंट चलाया जाए।
उन्होंने कहा, हम सुरक्षा मानकों का ख्याल रखते हुए, एहतियात के तौर पर सभी से मास्क पहनने और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के लिए कह रहे हैं। सभी राज्यों के लिए नोडल आफिसर भी नियुक्त किए गए हैं।
बाजपेयी ने कहा कि गंतव्य पर पहुंचने पर, यात्रियों को संबंधित राज्य सरकारों द्वारा स्क्रीनिंग जाएगी। अगर यात्री को वहां से आगे की यात्रा करनी होगी तो, राज्य सरकार उनको भेजेगी।