उत्तर प्रदेश के सभी 75 जिलों के जिला अस्पतालों में अब वेंटिलेटर उपलब्ध हैं। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के प्रधान सचिव अमित मोहन प्रसाद ने यह जानकारी दी है।
इसके साथ ही राज्य में वेंटिलेटर-बेड की कुल संख्या बढ़कर 1,300 हो गई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पोर्टेबल वेंटिलेटर की खरीदी करने का भी निर्देश दिया है।
मुख्यमंत्री ने पहले स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को 20 जिलों में वेंटिलेटर स्थापित करने का निर्देश दिया था जिनमें मरीजों के लिए यह सुविधा नहीं थी।
स्वास्थ्य विभाग ने श्रेणी दो और तीन के अस्पतालों के लिए अतिरिक्त वेंटिलेटर खरीदने की योजना बनाई है। अमित मोहन प्रसाद ने कहा कि उत्तर प्रदेश अब पूरे देश में कोरोनोवायरस नमूना परीक्षण में दूसरे स्थान पर है। वहीं राज्य में कोविड -19 के लिए प्रयोगशालाओं की परीक्षण संख्या बढ़कर 24 हो गई है।
इसके अलावा, राज्य सरकार ने निजी अस्पतालों को निजी सुरक्षा उपकरण (पीपीई) किट, मास्क, सैनिटाइजर और दस्ताने पर 50 प्रतिशत अनुदान देने का फैसला किया है। यह अनुदान उन्हीं अस्पतालों को मिलेगा जो आयुष्मान भारत की दरों पर गरीब मरीजों को आपातकालीन सेवाएं प्रदान कर रहे हैं।
स्वास्थ्य विभाग ने अभी तक 1,929 लोगों को कोरोनावायरस संक्रमण का संदिग्ध मानकर आइसोलेशन वाडरें में भर्ती किया है, जबकि 10,797 लोग क्वारंटीन में थे। उन्होंने कहा कि कोरोनोवायरस रोगियों में 75.16 प्रतिशत पुरुष थे और 24.84 प्रतिशत महिलाएं थीं।