कोरोना महामारी के खिलाफ अंग्रिम पंक्ति में खड़े होकर लड़ाई लड़ने वाले योद्धाओं को आवश्यक सुरक्षा उपकरण उपलब्ध कराए जाने की मांग करते हुए सेंटर ऑफ इंडियन ट्रेड यूनियंस (सीटू) ने गुरुवार को देश के अन्य हिस्सों की तरह मध्यप्रदेश में भी मांग दिवस मनाया।
सीटू के प्रदेश महासचिव प्रमोद प्रधान ने कहा कि कोरोना की लड़ाई अग्रिम पंक्ति के योद्धा चिकित्सक, नर्स, अस्पताल के अन्य कर्मचारियों के साथ मैदान में काम कर रही आशा, आशा सहयोगी, आंगनवाड़ी कर्मी, एएनएम मुख्य भूमिका में है। इन्हें संक्रमित क्षेत्र में जाने से संक्रमण के खतरों के साथ सामाजिक एकांगीपन भी झेलना पड़ रहा है।
उन्होंने कहा कि मैदानी इलाकों में सर्वे, संक्रमितों की पहचान और उनके इलाज के लिए व्यवस्थाओं के दौरान हमले भी झेलने पड़ रहे हैं। वहीं उन्हें सरकारें सैनिटराइजर, ग्लब्स, गाउन जैसी न्यूनतम सुरक्षा सामग्री तक उपलब्ध नहीं करा रही है।
कोरोना की लड़ाई लड़ने वाले अग्रिम पंक्ति के योद्धाओं को आवश्यक सुविधाएं मिले और सुरक्षा के उपकरण उपलब्ध हों, इसी मांग को लेकर सीटू ने गुरुवार को मांग दिवस मनाया।
सीटू से संबद्ध आशा उषा सहयोगी एकता यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष ए़ टी़ पद्मनाभन, महासचिव ममता राठौर तथा आंगनवाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका एकता यूनियन प्रदेश अध्यक्ष विद्या खंगार व महासचिव किशोरी वर्मा ने कहा, यदि प्रदेश सरकार हमारी मांगों को पूरा नहीं करेगी तो संघर्ष तेज किया जाएगा।