भारत में राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के कारण मई में उपभोक्ता विश्वास में भारी गिरावट देखने को मिली है।
रिफिनिटिव-इप्सॉस के मासिक प्राथमिक उपभोक्ता भावना सूचकांक (पीसीएसआई) में भारत के लिए 8.9 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है।
इप्सॉस की तरफ से जारी एक बयान के अनुसार, बढ़ती निराशा के कारण मासिक पीसीएसआई में अप्रैल 2020 में लगातार गिरावट का रुझान देखने को मिला था और मई में तो इसने पूरी तरह से गोता लगाया है। पीसीएसआई में चार उपसूचकांक शामिल होते हैं।
पिछले महीने के मुकाबले इस महीने पीसीएसआई रोजगार विश्वास उपसूचकांक 5.3 प्रतिशत गिरा है, और पीसीएसआई आर्थिक उम्मीद उपसूचकांक 7.9 प्रतिशत गिरा है। निवेश वातावरण उपसूचकांक 12.9 प्रतिशत गिरा है और मौजूदा निजी वित्तीय दशा उपसूचकांक 11.7 प्रतिशत लुढ़का है।
इप्सॉस इंडिया के सीईओ अमित आदरकर ने कहा, “अंतहीन कोविड-19 संकट और इस लंबी अवधि के लॉकडाउन से उपभोक्ताओं की आजीविका और जेब पर असर हुआ है, उनकी खर्च करने और बचाने की क्षमता पर बहुत असर पड़ा है।”