गायिका ऋचा शर्मा का कहना है कि वर्चुअल म्युजिक कॉन्सर्ट्स मुफ्त में नहीं होने चाहिए। दिग्गज आशा भोंसले से लेकर ग्रैमी विजेता रिकी केज, शानदार गायिका श्रेया घोषाल तक, हर गायक वर्चुअल कॉन्सर्ट में शामिल हो रहे हैं लेकिन सभी कलाकारों को अपने घरों से लाइव गाने के लिए भुगतान नहीं मिलता है।
ऋचा ने आईएएनएस से कहा, “अगर ऐसा समय लंबे समय तक चले तो कोई दूसरा विकल्प (वर्चुअल कंसर्ट के अलावा) नहीं है । हमें समय के साथ जाना होगा। केवल एक चीज है कि लोगों को यह समझना होगा कि कलाकारों को भी उनके बिलों का भुगतान किया जाए।”
उसने बताया कि जब मार्च में पहले चरण का लॉकडाउन शुरू हुआ तो कई कलाकारों ने पैसे के बारे में सोचे बिना ऐसे समारोहों में भाग लिया।
‘सजदा’ हिटमेकर ऋचा ने कहा, “तब लोग ये नहीं जानते थे कि ये इतना लंबा चलेगा और उन्होंने विभिन्न प्लेटफार्मों पर मुफ्त में गाया था। लेकिन अब अगर हम संगीत समारोहों के बारे में बात करते हैं, तो इसका भुगतान किया जाना चाहिए ताकि हमारे संगीतकारों को जिनकी ज्यादा कमाई नहीं है, उन्हें इससे मदद मिले। यदि इस तरह के संगीत कार्यक्रमों का भुगतान किया जाता है तो यह सभी के लिए उपयोगी होगा।”
अपने सहयोगियों की तरह ऋचा भी जल्द ही एक डिजिटल शो का हिस्सा बनेंगी। वह धन जुटाने के लिए किए जा रहे संगीत कार्यक्रम ‘एक देश, एक राग’ के गायकों में से एक है, जो ‘सा रे गा मा पा’ के 25 साल पूरे होने का जश्न मनाएगा।
‘एक देश, एक राग’ एक 25 घंटे का डिजिटल संगीत मैराथन है जो 23 मई से शुरू होकर 24 मई को समाप्त होगा। इसमें ‘सा रे गा मा पा’ के लोकप्रिय चेहरे अपने घरों की छतों से गाएंगे।