राघव चड्ढा ने कहा, “केंद्र अधीन आरएमएल अस्पताल लगातार गलत टेस्टिंग कर लोगों की जान के साथ खेल रहा है। अस्पताल द्वारा की गई 45 प्रतिशत टेस्टिंग रिपोर्ट गलत निकली है। दिल्ली सरकार द्वारा टेस्टिंग के 30 पॉजिटिव सैंपल की पुन जांच करने पर 12 सैंपल नेगेटिव आए है।”
वहीं आरएमएल अस्पताल ने राघव चड्ढा के आरोपों को बेबुनियाद बताया है। आरएमएल अस्पताल की पीआरओ स्मृति तिवारी ने कहा, “हमारे यहां उच्च गुणवत्ता वाली टेस्टिंग एम्स और एनसीडीसी जैसे संस्थानों के माध्यम से करवाई जा रही है तथा टेस्टिंग को लेकर किसी भी प्रकार की कोई लापरवाही नहीं बरती गई।”
आरएमएल अस्पताल ने कहा, “जो व्यक्ति कोरोना टेस्ट में पॉजिटिव पाए गए, दिल्ली सरकार ने 10 दिन के अंतराल के बाद उन व्यक्तियों का दोबारा टेस्ट करवाया। इस समय अंतराल में कुछ व्यक्ति स्वस्थ हो गए जिनकी रिपोर्ट नेगेटिव आई है लेकिन अब आम आदमी पार्टी इसे बेवजह तूल दे रही है।”
उधर राघव चड्ढा ने कहा, “हम दिल्लीवासियों से अपील करते हैं कि आरएमएल अस्पताल जाने से बचें। हम सरकार से ये निवेदन करते हैं कि आरएमएल अस्पताल पर कड़ी से कड़ी कारवाई हो। ये बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि इस तरह की गड़बड़ी करके एक अस्पताल लोगों की जान से खेल रहा है।”
आम आदमी पार्टी के विधायक राघव चड्ढा ने आरएमएल अस्पताल को कटघरे में खड़ा में खड़ा में खड़ा करते हुए कहा कि आरएमएल अस्पताल के कामकाज में लगातार गड़बड़ सामने आ रही है।