वाइस एडमिरल बिश्वजीत दासगुप्ता, एवीएसएम, वाईएसएम, वीएसएम ने शुक्रवार, 12 जून, 2020 को चीफ ऑफ स्टाफ, पूर्वी नौसेना कमान (ईएनसी), विशाखापट्टनम के रूप में कार्यभार संभाल लिया। वह वाइस एडमिरल एस. एन. घोरमाडे की जगह लेंगे, जिनका एकीकृत मुख्यालय, रक्षा मंत्रालय (नौसेना), नई दिल्ली में कंट्रोलर पर्सनल सर्विसेस में स्थानांतरण हो गया है।
वाइस एडमिरल बिश्वजीत दासगुप्ता राष्ट्रीय रक्षा अकादमी के पूर्व छात्र रहे हैं। उन्हें 1985 में भारतीय नौसेना में तैनाती मिली थी और वह नौवहन और परिचालन (डायरेक्शन) में विशेषज्ञ हैं।
उन्होंने मिसाइल वाहक आईएनएस निशंक, आईएनएस कार्मुक, तेजतर्रार युद्धपोत आईएनएस ताबर और विमान वाहक युद्धपोत आईएनएस विराट सहित चार अग्रणी जहाजों का नेतृत्व किया है।
उन्होंने इंडियन नेवल वर्क अप टीम (कोच्चि) में कमांडर वर्क, डिफेंस सर्विसेस स्टाफ कॉलेज (वेलिंगटन) में डायरेक्टिंग स्टाफ, नौसेना के नैविगेशन एंड डायरेक्शन स्कूल में ऑफिसर-इन-चार्ज, चीफ ऑफ नेवल स्टाफ के नैवल असिस्टैंट और वेस्टर्न फ्लीट के फ्लीट ऑपरेशन ऑफिसर जैसे अन्य परिचालन, प्रशिक्षण और कर्मचारियों की नियुक्ति जैसी अहम दायित्व भी निभाए हैं।
फ्लैग रैंक पर प्रोन्नति पर उन्हें मुंबई में मुख्यालय, पश्चिमी नौसेना कमान में चीफ स्टाफ ऑफिसर (ऑपरेशन) के रूप में नियुक्त किया गया था। वर्ष 2017-18 के दौरान उन्होंने विशाखापट्टनम में प्रतिष्ठित ईस्टर्न फ्लीट की कमान संभाली थी और उसके बाद उन्हें एनसीसी मुख्यालय में अतिरिक्त महानिदेशक के तौर पर नियुक्त किया गया था। वाइस एडमिरल की रैंक पर प्रोन्नति पर और चीफ ऑफ स्टाफ, पूर्वी नौसेना कमान के रूप में विशाखापट्टनम में उनकी वापसी से पहले वह एकीकृत मुख्यालय, रक्षा मंत्रालय (नौसेना), नई दिल्ली में कंट्रोलर पर्सनल सर्विसेस में तैनात थे।
वाइस एडमिरल बिश्वजीत दासगुप्ता डिफेंस सर्विसेस कमांड एंड स्टाफ कॉलेज, बांग्लादेश, आर्मी वार कॉलेज, एमएचओडब्ल्यू और नेशनल डिफेंस कॉलेज, नई दिल्ली से स्नातक हैं।
फ्लैग ऑफिसर को उनकी विशिष्ट सेवा के लिए अति विशिष्ट सेवा पदक और विशिष्ट सेवा पदक मिल चुका है। उन्हें वर्ष 2015 में ऑपरेशन राहत के तहत हिंसाग्रस्त यमन से लोगों को निकालने के कार्य में समन्वय के लिए युद्ध सेवा पदक भी मिल चुका है।
-रक्षा मंत्रालय।