फेडरेशन ऑफ इंडियन एक्पोर्ट आर्गनाइजेशंस (एफआईईओ) के अनुसार, वित्त वर्ष 2020-21 में भारत का निर्यात 10 प्रतिशत गिर सकता है।
एफआईईओ ने एक बयान में कहा है कि कोरोनावायरस संक्रमण की एक दूसरी लहर की स्थिति में निर्यात 20 प्रतिशत गिर सकता है।
निर्यातकों की संस्था ने कहा है कि भरतीय निर्यातकों को उन देशों से ढेर सारी एनक्वोयरी प्राप्त हो रही है, जहां चीन विरोधी भावना अधिक है और इनमें से कई सारी एनक्वोयरी आर्डर में भी बदल रही हैं।
संस्था ने कहा है, “हालांकि रोजगार पैदा करने वाले सेक्टर जैसे जेम्स एंड ज्वेलरी, अपैरेल्स, फूटवियर, हैंडिक्राफ्ट्स, कार्पेट में मांग अभी भी एक चुनौती है। हम मांग में बहुत सुधार की उम्मीद नहीं करते हैं। इसलिए हमें मौजूदा वित्त वर्ष में भारत के निर्यात में लगभग 10 प्रतिशत गिरावट की आशंका है।”
संस्था ने कहा है कि फार्माश्युटिकल्स, मेडिकल और डायग्नोस्टिक उपकरण, टेकि्न कल टेक्सटाइल्स, कृषि एवं प्रसंस्कृत फूड, प्लास्टिक, रसायन और इलेक्ट्रॉनिक्स में निर्यात में रिकवरी होगी।
संस्था ने कहा है कि चूंकि पेट्रोलियम उत्पादों की घरेलू मांग अत्यंत कम है, लिहाजा हम पेट्रोलियम के निर्यात में वृद्धि की उम्मीद कर सकते हैं।