कोरोना के कहर के चलते सोना बुधवार को फिर चमका। घरेलू वायदा एवं हाजिर बाजार में पीली धातु का भाव बुधवार को नई उंचाई पर चला गया जबकि अंतर्राष्ट्रीय बाजार में सोने का भाव 2011 के बाद के उंचे स्तर पर है। सोना हाजिर में 50900 रुपये प्रति 10 ग्राम से ऊपर तक उछला जबकि वायदा बाजार में 49348 रुपये प्रति 10 ग्राम तक उछला।
बाजार के जानकार बताते हैं कि कोविड-19 का प्रसार हवा से होने की बात विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा स्वीकार किए जाने के बाद शेयर बाजार में कमजोरी आई जिससे बुलियन को मनोवैज्ञानिक सपोर्ट मिला है। वहीं, एक्सचेंज ट्रेडेड फंड यानी ईटीएफ की लिवाली जोर पकड़ने से महंगी धातुओं में जोरदार तेजी देखी जा रही है। र्
इंडिया बुलियन ज्वलेर्स एसोसिएशन (आईबीजेए) के रेट लिस्ट के अनुसार, देश के सर्राफा बाजार में बुधवार को 24 कैरट सोने का भाव 50934 रुपये प्रति प्रति 10 ग्राम तक उछला जोकि अब तक का रिकॉर्ड ऊंचा स्तर है। इस रेट में सोने पर लगने वाले तीन फीसदी जीएसटी भी शामिल है। जीएसटी के साथ चांदी का भाव घरेलू हाजिर बाजार में 52154 रुपये प्रति किलो तक उछला।
आईबीजेए के नेशनल सेक्रेटरी सुरेंद्र मेहता ने कहा कि विदेशी बाजार में आई तेजी से घरेलू बाजार में सोना फिर नये रिकार्ड स्तर पर चला गया है। उन्होंने कहा कि सोने में आई तेजी का फायदा आभूषण कारोबारी और निवेशक दोनों को मिला है क्योंकि 2020 में सोने से अच्छा रिटर्न मिला है।
भारतीय वायदा बाजार मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) पर सोने के अगस्त वायदा अनुबंध में पिछले सत्र से 400 रुपये रुपये यानी 0.82 फीसदी की तेजी के साथ 49200 रुपये प्रति 10 ग्राम पर कारोबार चल रहा था जबकि इससे पहले सोने का भाव एमसीएक्स पर 49348 रुपये प्रति 10 ग्राम तक उछला जोकि अब तक का सबसे ऊंचा स्तर है।
एमसीएक्स पर चांदी के सितंबर अनुबंध में पिछले सत्र 1142 रुपये यानी 2.27 फीसदी की तेजी के साथ 51344 रुपये प्रति किलो पर कारोबार चल रहा था जबकि इससे पहले भाव 51440 रुपये प्रति किलो तक उछला।
उधर, कॉमेक्स पर सोने के अगस्त अनुबंध में पिछले सत्र से 12.50 डॉलर यानी 0.69 फीसदी की तेजी के साथ 1822.40 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार चल रहा था जबकि इससे पहले भाव 1829.65 डॉलर प्रति औंस तक उछला जोकि 2011 के बाद का सबसे ऊंचा स्तर है। कॉमेक्स पर चांदी के सितंबर वायदा अनुबंध में पिछले सत्र से 2.34 फीसदी की तेजी के साथ 19.13 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार कर रहा था।
केडिया एडवायजरी के डायरेक्टर अजय केडिया ने कहा कि डब्ल्यूएचओ द्वारा कोविड-19 का प्रसार हवा से होने की बात स्वीकार किए जाने के बाद कोरोना महामारी को लेकर संकट गहराने की आशंकाओं से शेयर बाजार टूटा जबकि बुलियन को सपोर्ट मिला है।