बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने बुधवार को संसद को बताया कि उनकी सरकार ने मध्य पूर्व से बांग्लादेशी श्रमिकों को वापस लाने के लिए बहुस्तरीय पहल की है।
उन्होंने मानव तस्करी और वीजा व्यापार के आरोप में कुवैत में गिरफ्तार एक निर्दलीय सांसद के खिलाफ कार्रवाई का भी आश्वासन दिया।
बाद में, एक आईएलओ सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि कोविड-19 संकट के दौरान विदेशी बाजारों में प्रवासी श्रमिकों की नौकरियों को हर हाल में बरकरार रखा जाना चाहिए।
हसीना ने बुधवार सुबह संसद में कहा कि बांग्लादेश अपने प्रवासी श्रमिकों को वापस लाने के लिए दबाव का सामना कर रहा है।
सत्तारूढ़ अवामी लीग सांसद बेनजीर अहमद के एक सवाल के जवाब में शेख हसीना ने कहा, “कोरोनोवायरस के प्रकोप के कारण मध्य पूर्व के देशों से प्रवासी श्रमिकों को वापस लाने के लिए इन देशों का राजनयिक दबाव बना हुआ है। लेकिन, सरकार ने इस दबाव को कम करने के लिए बहुआयामी राजनयिक पहल की है।”
उन्होंने कहा कि राजनयिक प्रयासों के तहत कुछ राष्ट्राध्यक्षों या सरकार को पत्र भेजे गए हैं।
हसीना ने कहा, विदेश से केवल 22,000 प्रवासी श्रमिक अब तक घर लौटे हैं। वर्तमान अवामी लीग सरकार द्वारा समय पर कूटनीतिक पहलों के कारण वापसी करने वालों की संख्या अभी भी कम है।
उन्होंने कहा, “हम हर देश के साथ बात कर रहे हैं। विदेश मंत्रालय इस पर काम कर रहा है। हमारे पास प्रवासियों के लिए विशेष प्रोत्साहन हैं। वे सरकारी संगठनों से ऋण लेकर काम शुरू कर सकते हैं।”
प्रधानमंत्री ने बताया, “विदेश से लौटे कामगारों को केवल चार प्रतिशत ब्याज पर ऋण मिलेगा। मैंने प्रबासी कल्याण बैंक, पल्ली संचय बैंक, कर्म संस्थान बैंक और प्रोबाशी कल्याण फाउंडेशन के लिए 2,000 करोड़ टका आरक्षित किए हैं। साथ ही, बांग्लादेश सरकार कोविड-19 महामारी के कारण विदेश में नौकरी गंवाने वाले श्रमिकों को वापस नौकरी दिलाने के लिए राजनयिक प्रयास जारी रखे हुए है।”
शेख हसीना ने नौकरियों की व्यवस्था करने वाली एजेंसियों से नौकरी व नियोक्ता के बारे में उचित प्रमाणीकरण के बाद ही श्रमिकों को विदेश भेजने का आग्रह किया। उन्होंने लोगों से कानूनी प्रक्रिया का पालन करने के लिए कहा और विदेश जाने के संदर्भ में मानव तस्करों के प्रति सावधान रहने का आग्रह किया।
हसीना ने कहा, “हालांकि इस तरह की नौकरियों के लिए आवेदन करना बहुत आसान है लेकिन मुझे आश्चर्य होता है कि वे भर्ती एजेंटों को बड़ी मात्रा में भुगतान करते हैं और अवैध रूप से विदेश जाते समय रास्ते में ही मर जाते हैं। अवैध रूप से विदेश जाने और तस्करों के चंगुल में फंसने और बेसहारा होने के लिए लाखों टके खर्च करते हैं। लोगों को इसके बारे में पता होना चाहिए।”