राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के साथ कांग्रेस पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के औपचारिक समझौते की अटकलों के बीच गुरुवार को ऐसी जानकारी सामने आई है कि इस मामले पर कोई प्रगति या फिर बातचीत आगे नहीं बढ़ी है। पार्टी के शीर्ष सूत्र ने कहा, “न तो पायलट ने हमसे संपर्क किया है, न ही पार्टी में किसी ने उनसे संपर्क करने की कोशिश की।”
कांग्रेस के शीर्ष पदाधिकारी ने आईएएनएस को बताया, “हमारी सरकार सुरक्षित है, हमारी तरफ से कोई जल्दबाजी नहीं है।”
पार्टी उन विधायकों को वापस लेने के लिए ईच्छुक है, जो राज्य सरकार को भंग करने की साजिश को कमजोर करने के लिए पायलट के साथ थे।
कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने बुधवार को एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए भाजपा पर आरोप लगाया कि वे गहलोत के नेतृत्व वाली स्थिर सरकार को अस्थिर करने की कोशिश कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, “बीते 24 घंटों ने साबित कर दिया है कि भाजपा की राजस्थान में सरकार गिराने की कोशिश नाकाम रही है।”
मीडिया रिपोटरे से यह जानने के बाद कि पायलट भाजपा में शामिल नहीं होना चाहते हैं, इस पर सुरजेवाला ने कहा, “यदि ऐसी बात है, तो हम उनसे हरियाणा सरकार द्वारा दी जा रही सुविधाओं को अस्वीकार करने और जयपुर लौटने का अनुरोध करते हैं।”
उन्होंने आगे कहा, “यदि यहां वैचारिक मतभेद हैं, तो आप पार्टी फोरम में बात कर सकते हैं। हम सभी उदार हृदय से इसका समाधान सुनने और खोजने के लिए तैयार हैं।”
पायलट के लिए पार्टी के ‘नरम रुख’ को व्यक्त करते हुए, उन्होंने कहा कि उन्हें एक से अधिक बार विधायक दल की बैठक में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया गया है, और उनके खिलाफ कार्रवाई ‘भारी मन से’ की गई।