अंतर्राष्ट्ररीय बाजार में आई जोरदार तेजी से मिले सपोर्ट से मंगलवार को भारतीय वायदा बाजार में चांदी 55,000 रुपये प्रति किलो से ऊपर चली गई। हालांकि सोने में कोई खास तेजी नहीं देखी जा रही है। कमोडिटी बाजार के जानकार बताते हैं कि चांदी की औद्योगिक मांग बढ़ने की उम्मीदों से कीमतों में लगातार तेजी देखी जा रही है।
मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) पर सुबह 9.27 बजे चांदी के सितंबर एक्सपायरी अनुबंध में में बीते सत्र के मुकाबले 1275 रुपये यानी 2.36 फीसदी की तेजी के साथ 55,280 रुपये प्रति किलो पर कारोबार कर रहा था जबकि इससे पहले कारोबार के दौरान चांदी का भाव एमएसीएक्स पर 55,465 रुपये प्रति किलो तक उछला जोकि 2013 के बाद का सबसे ऊंचा स्तर है।
एमसीएक्स पर सोने के अगस्त वायदा अनुबंध में पिछले सत्र से महज 113 रुपये की तेजी के साथ 49,140 रुपये प्रति 10 ग्राम पर कारोबार चल रहा था।
उधर, अंतर्राष्ट्रीय बाजार कॉमेक्स में चांदी के सितंबर वायदा अनुबंध में पिछले सत्र से 2.68 फीसदी की तेजी के साथ 20.733 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार चल रहा था जबकि कारोबार के दौरान कॉमेक्स पर चांदी का भाव 20.848 डॉलर प्रति औंस तक उछला, जोकि 2016 के बाद का सबसे उंचा स्तर है।
कॉमेक्स पर सोने के अगस्त वायदा अनुबंध में पिछले सत्र से महज 4.50 डॉलर यानी 0.25 फीसदी की तेजी के साथ 1821.90 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार चल रहा था जबकि इससे पहले सोने का भाव 1822.95 डॉलर प्रति औंस तक उछला।
चांदी न सिर्फ कीमती धातु है बल्कि यह एक औद्योगिक धातु भी है और इसका उपयोग आभूषण के साथ-साथ उद्योग में भी होता है। इसका इस्तेमाल इलेक्ट्रॉनिक्स और फोटोग्राफी के अलावा कई अन्य सेक्टरों के उद्योगों में भी होता है।