प्रतिष्ठित वल्र्ड लीग फोरम (डब्ल्यूएलएफ) में शामिल होने के साथ ही इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) को एक और वैश्विक मान्यता मिल गई है। आईएसएल, पेशेवर फुटबॉल लीग में शामिल होने वाली दक्षिण एशिया की पहली और एशिया की सातवीं लीग बन गई है, जिसमें इंग्लिश प्रीमियर लीग, ला लीगा और बुंदेसलीगा जैसी अन्य लीग भी शामिल है।
मौजूदा समय में डब्ल्यूएलएफ के पास पांच महाद्वीपों के सदस्य हैं जोकि दुनिया भर में 1200 क्लबों का प्रतिनिधित्व करते हैं और साथ ही पेशेवर फुटबाल के विकास पर वैश्विक संस्था-फीफा के साथ मिलकर काम करते हैं।
फुटबाल स्पोर्ट्स डेवलपमेंट लिमिटेड (एफएसडीएल) की चेयरपर्सन नीता अंबानी ने कहा, ” वल्र्ड लीग फोरम में जगह पाना, आईएसएल के लिए बेहद सम्मान की बात है। डब्ल्यूएलएफ की यह मान्यता वैश्विक मंच पर भारतीय फुटबॉल के उत्थान की गवाही है और इसमें आईएसएल की भी भूमिका है। “
उन्होंने कहा, ” 2014 में, जब हमने आईएसएल को लॉन्च किया था, तो भारत में फुटबाल में क्रांति लाना हमारा सपना था। तब से हर साल, हमने लगातार इसे ऊपर उठाया है और अपनी युवा फुटबॉल प्रतिभा को विश्व स्तरीय मंच प्रदान किया है। हम भौगोलिक क्षेत्रों में इस खूबसूरत खेल के विकास को और तेज करने के लिए डब्ल्यूएलएफ के साथ काम करने के लिए उत्साहित हैं।”
वल्र्ड लीग फोरम के महासचिव जेरोम पर्लेम्यूटर ने कहा, ” पेशेवर फुटबॉल परिवार में आईएसएल का स्वागत करना बहुत खुशी और सम्मान की बात है। आईएसएल ने हाल के वर्षो में बहुत कुछ हासिल किया है और यह अब अपने क्षेत्र में एक प्रमुख लीग बनने की राह पर है। वल्र्ड लीग फोरम और इसके सदस्य लीग, आईएसएल के साथ अपने अनुभव साझा करने और इसके भविष्य के विकास में योगदान करने के लिए तत्पर हैं।”