केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्यमंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने बुधवार को कहा कि बिहार को ऑक्सीजन कंसेंट्रेटर उपलब्ध कराया जाएगा। इसका निर्देश संबंधित एजेंसियों को दिया गया है। इससे सुदूर इलाकों के प्राथमिक एवं अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने में काफी मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि ऑक्सीजन कंसेंट्रेटर अत्याधुनिक मशीन है, जिसमें ऑक्सीजन, हार्टबीट एवं अन्य चिकित्सीय जांच में आसानी होगी।
भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय को सिंगापुर के टेमासेक फाउंडेशन ने यह अत्याधुनिक ऑक्सीजन कंसेंट्रेटर उपलब्ध कराया है। फाउंडेशन द्वारा कुल 20 हजार ऑक्सीजन कंसेंट्रेटर उपलब्ध कराया जाएगा। केंद्रीय स्वास्थ्य राज्यमंत्री चौबे ने बुधवार को पहली खेप 4,475 ऑक्सीजन कंसेंट्रेटर प्राप्त किया।
चौबे ने बताया कि अगस्त तक शेष बची सभी मशीनों की आपूर्ति हो जाएगी। इस मौके पर केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव प्रीति सुदान, विशेष कार्याधिकारी राजेश भूषण, रेडक्रॉस सोसायटी के महासचिव आर.के. जैन सहित कई अधिकारी उपस्थित थे।
केंद्रीय मंत्री ने कहा, “कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में यह केंद्र और राज्य सरकारों के प्रयासों की सहायता करेगा। प्राथमिकता के आधार पर बिहार, झारखंड एवं अन्य राज्यों में जहां अधिक जरूरत है, इसे भेजने का निर्देश दिया गया है।”
बिहार के बक्सर के सांसद चौबे ने आगे कहा, “केंद्र द्वारा बिहार को हर संभव सहायता उपलब्ध कराई जा रही है। संसाधनों की किसी भी तरह की कमी नहीं छोड़ी जाएगी। एम्स-दिल्ली द्वारा बिहार के डॉक्टरों को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से प्रशिक्षण देने का काम शुरू कर दिया गया है।”
मंत्री चौबे ने फाउंडेशन को इस नेक पहल पर बधाई दी। इसमें महत्वपूर्ण भूमिका के निर्वहन के लिए टाटा ट्रस्ट एवं इंडियन रेडक्रॉस सोसाइटी के प्रयासों की भी उन्होंने प्रशंसा की।