भारत में बीते 24 घंटे में गुरुवार को कोरोनावायरस के सर्वाधिक 45,720 नए मामले दर्ज किए गए और इसके साथ ही संक्रमितों का आंकड़ा बारह लाख के पार पहुंच गया है। आईएएनएस-सी-वोटर द्वारा किए गए सर्वेक्षण का कहना है कि 91 फीसदी से अधिक भारतीय कोविड-19 के किसी भी सक्रिय मामले के संपर्क में नहीं आए हैं। आईएएनएस सी-वोटर कोविड-19 ट्रैकर में पूछे जाने पर 91.44 देशवासियों ने कहा, “नहीं, मेरे परिवार या आसपास का कोई भी कोरोना से संक्रमित नहीं है।”
भारत कोरोना से सबसे अधिक प्रभावित देशों की सूची में तीसरे स्थान पर है। सोमवार को ही संक्रमित मरीजों की संख्या यहां ग्यारह लाख के पार चली गई थी।
देश में महामारी से सबसे प्रभावित राज्य महाराष्ट्र है, जिसके बाद सूची में क्रमश: तमिलनाड़ु, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, उत्तर प्रदेश और गुजरात जैसे राज्य शामिल हैं, लेकिन सर्वे के मुताबिक, लगभग केवल 6.8 फीसदी लोगों का सामना ही कोविड के मामलों से हुआ है यानि कि केवल इतने प्रतिशत लोग ही अपने परिवार या अपने आसपास के किसी को महामारी से संक्रमित होते देखा है।
इनमें से लगभग 6.8 फीसदी मामलों में 1.46 प्रतिशत मरीजों में स्वास्थ्य संबंधी लक्षण नहीं नजर आए थे जबकि 1.72 लोगों में स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं थीं, लेकिन अब ठीक हैं।
कोविड पॉजिटिव होने के चलते जिनमें स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं नजर आई उनमें से केवल 2.11 फीसदी मरीजों को ही अस्पताल में भर्ती कराया गया और 0.47 ने बीमारी की वजह से अपनी जान गंवा दी। इसी के साथ देश में अब तक 29.861 मरीजों की मौत हो गई है और बीते 24 घंटे में देश में 1,129 नई मौतें दर्ज की गई हैं।
24 मई को जब पहली इस सर्वेक्षण को किया गया उस वक्त करीब 14 प्रतिशत लोगों ने इस बारे में कुछ भी नहीं कहा, लेकिन जुलाई तक यह संख्या घटकर दो पर आकर रूक गई जिससे मालूम पड़ता है कि लोग वायरस को लेकर अभी कहीं ज्यादा जागरूक हो गए हैं क्योंकि मई में लगभग केवल 77 प्रतिशत लोगों ने कहा था कि वे कोविड से संबंधित किसी को भी नहीं जानते हैं जिसमें जून में 87 प्रतिशत तक की वृद्धि देखी गई।
आंकड़ों के मुताबिक, 63.18 रिकवरी दर के साथ अधिकतम 7,82,607 मरीज ठीक हो चुके हैं जो 4,26,167 सक्रिय मरीजों की संख्या के लगभग दोगुना है।