बोरिस जॉनसन ने स्वीकार किया है कि ब्रिटेन में कोरोनावायरस के प्रकोप के ‘पहले कुछ हफ्तों और महीनों’ के दौरान सरकार ने संक्रमण की गंभीरता को नहीं समझा। बीबीसी को दिए एक साक्षात्कार में प्रधानमंत्री ने कहा कि लॉकडाउन बहुत देर लागू होने के लेकर बहुत सारे प्रश्न थे।
जॉनसन ने महामारी से मिले ‘सबक’ के बारे में भी कहा और साथ ही यह भी कहा कि मंत्री कुछ चीजें ‘अलग तरीके से’ कर सकते थे।
ब्रिटेन में 300,000 मामले सामने आ चुके हैं और करीब 45,000 से अधिक लोगों की जान कोरोनोवायरस के कारण हो चुकी है।
इससे पहले प्रधानमंत्री कह रहे थे कि उन्होंने ‘सही समय पर सही निर्णय’ लिया। वहीं लिए गए फैसले वैज्ञानिकों की सलाह पर आधारित है।
लेकिन, डाउनिंग स्ट्रीट में अपनी प्रवेश की पहली वर्षगांठ के मौके पर बीबीसी के साथ एक साक्षात्कार में उन्होंने कहा, “हम इसे (वायरस) पहले कुछ हफ्तों और महीनों में सही तरीके से समझ नहीं पाए थे।”
उन्होंने आगे कहा, “और मुझे लगता है, शायद एक चीज जिसे हमने शुरुआत में नहीं देखा था, वह यह कि किस तरह यह वायरस बिना संक्रमण के लक्षण वाले लोगों के माध्यम से एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति तक पहुंच रहा था।”
उन्होंने आगे कहा, “मुझे लगता है कि यह कहना उचित होगा कि हमने इसे शुरुआती दौर में कैसे संभाला, इसे जानना जरूरी है.. जो भी हुआ उससे सबक सीखने के लिए काफी अवसर होंगे।”
ब्रिटेन में मार्च के अंत में पूर्ण लॉकडाउन लागू किया गया, जिसे लेकर आलोचकों का कहना था कि बहुत देर होने के कारण कई लोगों की जान चली गई।
जॉनसन ने कहा, “शायद ऐसी चीजें थीं जो हम अलग तरह से कर सकते थे और निश्चित रूप से यह समझने के लिए भी समय होगा कि हमने वास्तव में क्या किया है और अलग तरीके से क्या कर सकते थे।”
सरकार ने शुक्रवार को घोषणा की कि इंग्लैंड में 3 करोड़ लोगों को इस साल फ्लू का टीका लगाया जाएगा, ताकि शरद ऋतु और सर्दियों के दौरान कोरोनोवायरस संक्रमण में वृद्धि के मामले में एनएचएस पर दबाव कम हो सके।
जॉनसन ने कहा, “हम उन सभी लोगों के प्रति शोक व्यक्त करते हैं जिन्होंने अपनी जिंदगी गवां दी और हमारी संवेदना उनके परिवारों के साथ हैं। और सरकार ने जो कुछ भी किया उसकी पूरी जिम्मेदारी मैं लेता हूं।”