लगातार लंबे चले अभियान के बाद, ब्रिटेन के सिक्कों पर पहली बार अश्वेत, एशियाई और जातीय अल्पसंख्यक (बीएएमई) समूहों की प्रसिद्ध हस्तियों की तस्वीर प्रदर्शित होगी।
‘द बैंकनोट्स ऑफ कलर’ अभियान ने सरकार से सिक्के या करेंसी पर अश्वेत लोगों की तस्वीर को छापने के बारे में विचार करने के लिए कहा था।
ब्रिटेन में आजतक किसी भी अश्वेत हस्ती की तस्वीर सिक्के या नोट पर छापी नहीं गई है।
इस अभियान की अगुवाई पूर्व कंजरवेटिव पार्लियामेंट्री कैंडिडेट जेहर जैदी ने की है।
जैदी ने इंडिपेंडेंट अखबार से कहा कि सरकार की इसमें रुचि ढाई साल के कठिन परिश्रम का परिणाम है।
उन्होंने कहा, “ब्रिटेन को बनाने में सभी पृष्ठभूमि के लोगों ने मदद की है। ‘वी टू बिल्ट ब्रिटेन’ अभियान समूह समावेशी इतिहास दिखाना चााहता था और सभी जातीय व सामाजिक पृष्ठभूमि व सभी क्षेत्रों के लोगों ने ब्रिटेन को बनाने में मदद की है।”
जैदी ने कहा, “अगर आप बैंक ऑफ इंग्लैंड और रॉयल मिनी वेबसाइट्स में नोट्स और सिक्कों को देखेंगे तो उन लोगों का प्रतिबिंब होना चाहिए, जिन्होंने हमारे इतिहास, और संस्कृति का निर्माण किया है।”
उन्होंने कहा, “हमारे अभियान ने यह महसूस किया कि उन जातीय लोगों को शामिल किया जाना बेहद जरूरी है, जिन्होंने काफी कुछ हासिल किया है। हम उम्मीद करते हैं कि यह युवाओं को प्रेरित करने और एक देश के रूप में एकजुट करने में मदद करेगा और यह एहसास दिलाएगा कि समाज में हमारा बराबर योगदान है।”
राजकोष मंत्री जॉन ग्लेन ने द संडे टेलीग्राफ को कहा है कि चांसलर ऋषि सुनक बीएएमई समुदाय से प्रभावशाली व्यक्तियों को सिक्के पर प्रदर्शित करने के बारे में विचार कर रहे हैं।
जिन लोगों के करेंसी में दिखने की संभावना है, उनमें द्वितीय विश्व युद्ध के एजेंट नूर इनायत खान, ब्रिटिश-जमैका क्रीमियाई युद्ध की नर्स मैरी सिकोल और विक्टोरिया क्रास से नवाजे जाने वाले पहले भारतीय और गोरखा सैनिक हैं।
ट्रेजरी ने रॉयल मिंट को संभावित सिक्के की डिजाइन को बनाने के लिए प्रोत्साहित किया है।