एशियाई आधारभूत संस्थापन निवेश बैंक(एआईआईबी) की पांचवीं परिषद का वार्षिक सम्मेलन 28 जुलाई को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए उद्घाटन हुआ। कोविड-19 महामारी के मुकाबले के लिए एआईआईबी ने विभिन्न सदस्यों को लगभग 600 करोड़ अमेरिकी डॉलर की सहायता प्रदान की है, जिसे विभिन्न पक्षों की प्रशंसा मिली। इस सम्मेलन में चीन से आए एआईआईबी के मौजूदा महानिदेशक चिन ली छुन को दूसरे कार्यकाल के महानिदेशक के रूप में निर्वाचित किया गया। उनका कार्यकाल पांच साल का होगा।
कोविड-19 महामारी आने के बाद एआईआईबी ने जल्दी से आपात कोष की स्थापना की, ताकि विभिन्न सदस्यों को महामारी के निपटारे और आर्थिक बहाली में मदद मिले।
वार्षिक सम्मेलन के उद्घाटन समारोह में एआईआईबी के महानिदेशक चिन ली छुन ने बताया कि कोविड-19 के निपटारे में अंतरराष्ट्रीय समुदाय की कोशिशों के एक भाग के नाते एआईआईबी ने त्वरित प्रतिक्रिया की और आपात कोष स्थापित किया। अब इस कोष ने 12 सदस्यों को करीब 600 करोड़ डॉलर की पूंजी प्रदान की है। अब तक एआईआईबी ने अपने सदस्यों के लिए बुनियादी संस्थापनों के निर्माण में करीब 2000 करोड़ डॉलर की पूंजी लगायी है।
एआईआईबी का संचालन 16 जनवरी 2016 को औपचारिक रूप से शुरू हुआ, जिसका उद्देश्य एशिया में बुनियादी संस्थापनों के निर्माण और पारस्परिक संपर्क को बढ़ाना और क्षेत्रीय सहयोग गहराना है ताकि समान विकास पूरा किया जा सके। एआईआईबी बहुपक्षीय विकास बैंक के नमूने और सिद्धांत पर संचालित होता है और अंतरराष्ट्रीय भावना, मानक तथा उच्च मापदंड पर कायम रहता है। शुरू में उस के 57 संस्थापक सदस्य थे। अब उसके कुल सदस्यों की संख्या 102 हो चुकी है, जो एशिया, यूरोप, अफ्रीका, उत्तर अमेरिका, दक्षिण अमेरिका व ओशियाना महाद्वीपो में फैले हुए हैं। एआईआईबी ने कई परियोजनाओं की मंजूरी दी है, जो ऊर्जा, यातायात, वित्त, जल संसाधन और शहरी विकास से जुड़े हैं।