जेईई और नीट परीक्षा लिए जाने का विरोध अब तक कई छात्रों द्वारा किया जा रहा था। हालांकि अब इन परीक्षाओं के विरोध में दिल्ली सरकार भी कूद चुकी है। दिल्ली सरकार ने छात्रों के सुर में सुर मिलाते हुए इस वर्ष नीट और जेईई की परीक्षाएं रद्द किए जाने की मांग भी की।
वहीं दिल्ली ने केंद्र से कहा है कि इन परीक्षाओं के स्थान पर कोई वैकल्पिक व्यवस्था लागू की जाए। दिल्ली के उपमुख्यमंत्री एवं शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया कह चुके हैं, “जेईई और नीट की परीक्षा के नाम पर केंद्र सरकार लाखों छात्रों की जि़ंदगी से खेल रही है। मेरी केंद्र से विनती है कि पूरे देश में ये दोनों परीक्षाएं तुरंत रद्द करें और इस साल एडमिशन की वैकल्पिक व्यवस्था करे।”
हालांकि दिल्ली सरकार के सूत्रों के मुताबिक, जेईई और नीट परीक्षा कराने का मसला डीडीएमए में आया था। इसमें परीक्षा कराने का प्रस्ताव रखा गया था। फाइल में दिल्ली सरकार के राजस्व मंत्री ने छात्रों के हित में परीक्षा न कराने का प्रस्ताव रखा, वहीं मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी परीक्षा न कराने का निर्णय किया। लेकिन एलजी ने मुख्यमंत्री के निर्णय को पलट दिया और परीक्षा कराने की अनुमति दी।