दिल्ली विश्वविद्यालय के कई पाठ्यक्रमों में दाखिला प्रक्रिया को बंद कर दिया गया है। वहीं दिल्ली यूनिवर्सिटी ने चौथी कट ऑफ लिस्ट जारी कर दी है। इस बार कट-ऑफ में एक से दो प्रतिशत की कमी की गई है। दिल्ली विश्वविद्यालय में विभिन्न अंडर ग्रेजुएट पाठ्यक्रमों की 64 प्रतिशत सीटें पहले ही फुल हो चुकी हैं। दिल्ली विश्वविद्यालय ने आधिकारिक जानकारी देते हुए कहा, “चौथी कट-ऑफ सूची के तहत प्रवेश दो नवंबर से शुरू होगा। विश्वविद्यालय की 70,000 सीटों में से अब तक 45,542 सीटें भर चुकी हैं। इन 70 हजार में से 55,000 से अधिक सीटों पर नामांकन हुआ था, लेकिन दाखिला रद्द होने और वापस लेने के बाद यह संख्या अब 45,542 है।”
चौथी कट-ऑफ सूची में कई पाठ्यक्रमों में दाखिला विभिन्न श्रेणियों के लिए बंद कर दिया गया है। इस वर्ष, कोरोना वायरस महामारी के कारण दिल्ली विश्वविद्यालय में प्रवेश प्रक्रिया पूरी तरह से ऑनलाइन चल रही है।
वहीं दिल्ली विश्वविद्यालय में शैक्षणिक वर्ष 2020-21 के लिए संशोधित पोस्ट ग्रेजुएशन के एंट्रेंस और मेरिट आधारित एडमिशन इस वर्ष दिसंबर तक पूरे किए जा सकेंगे। दिसंबर में दाखिला प्रक्रिया पूरी होने के उपरांत नए सत्र की कक्षाएं प्रारंभ हो सकेंगी
दिल्ली विश्वविद्यालय में पोस्ट ग्रेजुएट पाठ्यक्रमों के लिए पहली मेरिट लिस्ट दीपावली के बाद जारी की जाएंगी। एडमिशन लेने के इच्छुक छात्र 18 नवंबर से 20 नवंबर के बीच पहली मेरिट लिस्ट के आधार पर अपने पसंदीदा पाठ्यक्रमों में दाखिले के लिए आवेदन कर सकते हैं।
दिल्ली विश्वविद्यालय प्रशासन ने कहा, “एंट्रेंस बेस्ड पीजी पाठ्यक्रमों के लिए पहली मेरिट लिस्ट दीपावली के बाद जारी की जाएंगी और छात्र 23 नवंबर तक एडमिशन फीस भर कर दाखिला ले सकते हैं। दाखिला प्रक्रिया पूरी होने के बाद दिल्ली विश्वविद्यालय इस वर्ष दिसंबर से पोस्ट ग्रेजुएट छात्रों के लिए कक्षाएं शुरू कर सकता है।”
दिल्ली विश्वविद्यालय के मौजूदा शैक्षिक सत्र 2020-21 में दाखिला लेने वाले, दिल्ली से बाहर के छात्र हॉस्टल को लेकर भी चिंतत हैं। ऐसे छात्र लगातार दिल्ली विश्वविद्यालय से पूछ रहे है कि दाखिला के बाद क्या उन्हें हॉस्टल (छात्रावास) की सुविधा मिल सकेगी। कोरोना के चलते हॉस्टल को लेकर दिल्ली विश्वविद्यालय ने अभी तक कोई स्पष्ट नीति तय नहीं की है।
दिल्ली विश्वविद्यालय में अभी तक यह भी तय नहीं है कि दाखिला लेने के बाद कॉलेज खुलेंगे या नहीं। फस्र्ट ईयर के दाखिला के बाद अगर कॉलेज खुलते हैं तो हॉस्टल लेने की प्रक्रिया में भी काफी समय लगेगा।
दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रोफेसर हंसराज ने कहा, “डीयू द्वारा हॉस्टल नीति स्पष्ट न किए जाने पर दिल्ली टीचर्स एसोसिएशन (डीटीए) ने चिंता जताई है। टीचर्स एसोसिएशन ने विश्वविद्यालय प्रशासन से मांग की है कि वह कॉलेजों को इस संदर्भ में जल्द ही सर्कुलर जारी करे।”