कोरोना महामारी के दौरान छठ पूजा की धूम देखने को मिल रही है। पूजा के लिए लोग दिल्ली से बिहार अपने परिवारों के पास त्यौहार मनाने के लिए जा रहे हैं। इस दौरान प्राइवेट बसों का किराया बढ़ गया है, वहीं इस वक्त बस स्टैंड्स पर छठ पूजा के लिए जाने वालों का तांता लगा हुआ है।
यात्री छठ के पर्व पर अपने घर जाने के लिए महंगा किराया चुका रहे हैं। यात्रियों को प्राइवेट बस का टिकट लेने पर तगड़ा झटका लग रहा है। प्राइवेट बस मालिक किराए का दुगना पैसा यात्रियों से वसूल रहे हैं। यानी कि दिल्ली से बिहार तक का सफर जहां आम दिनों में 1 हजार रुपये से 1200 रुपये तक चुकाना पड़ता था। तो वहीं अब 1800 रुपये से 2 हजार रुपये तक चुकाना पड़ रहा है।
बता दें कि सभी जगह यही स्थिति देखने को मिल रही है। फिर चाहे आप दिल्ली के किसी कोने से बस पकड़ें, आपको बस एजेंट के मनमुताबिक किराया चुकाना पड़ेगा।
आनंद विहार बस स्टैंड से प्राइवेट बस से बिहार तक का सफर कर रहे समाकांत साहनी ने आईएएनएस को बताया, “प्राइवेट बसों में बिहार जाने के लिए 2 हजार रुपये किराया मांगा जा रहा है। ट्रेन से टिकट नहीं मिल रहा है और त्यौहार की वजह से हमें जल्दी जाना है। टिकट महंगा है लेकिन हमें अपनो के बीच त्योहार मनाने जाना है।”
बिहार जाने के लिए लाइन में लग कर इंतजार कर रहे दिलीप कुमार ने आईएएनएस को बताया, “ट्रेन का टिकट नहीं मिल रहा है जिस वजह से हम प्राइवेट बस से अपने घर बिहार जा रहे हैं।”
आनंद विहार बस स्टैंड पर प्राइवेट बस एजेंट मुकेश शर्मा ने बताया कि, “मुजफ्फरपुर का दिल्ली से किराया 2 हजार रुपये प्रति सीट है, वहीं 2500 रुपये स्लीपर सीट का है।”
दरअसल बस एजेंटों का कहना है कि छठ पर्व के मौके पर ये किराया बढ़ाया गया है क्योंकि उधर से बसें खाली आती हैं, जिसके कारण हमें नुकसान होता है। अकसर त्यौहार के वक्त बसों का किराया बढ़ जाता है।
दरअसल लोगों को ट्रेनों का टिकट नहीं मिल सका है, जिसके कारण लोग बस से सफर करने को मजबूर हुए हैं। छठ के मौके पर भारतीय रेलवे की ओर से छठ स्पेशल ट्रेनें चलाई जा रही हैं।
छठ पूजा में होने वाली भीड़ को देखते हुए रेलवे ने इन स्पेशल ट्रेनों को चलाया है। ये ट्रेनें उत्तर प्रदेश, बिहार और झारखंड के रूटों से होकर गुजरेंगी, जहां पर धूमधाम से छठ मनाया जाता है।
आनंद विहार बस स्टैंड पर सैंकड़ों की संख्या में एजेंटों की भीड़ लगी हुई है, जो यात्रियों को प्राइवेट बस दिलवाने में मदद कर रहे हैं, जिसके लिए उनको बस कंपनी को तरफ से कमीशन भी मिलता है। साथ ही सभी प्राइवेट कंपनियों ने एक साथ किराया बढ़ा दिया है, इसलिए लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।