एडिलेड में आस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले गए पहले डे-नाइट टेस्ट मैच की निराशा के बाद भारतीय क्रिकेट टीम प्रबंधन को अब 26 दिसंबर से मेलबर्न में शुरू वाले बॉक्सिंग डे टेस्ट को लेकर टीम की अंतिम एकादश के लिए काफी माथापच्ची करनी होगी। ओपनरों की कमी और आईपीएल में राहुल के प्रदर्शन के चलते उन्हें टेस्ट टीम में चुना गया था। इसके अलावा टेस्ट टीम के उपकप्तान अजिंक्य रहाणे भी पहले टेस्ट में कुछ खास नहीं कर पाए थे।
भारतीय टीम प्रबंधन ने 2018 में इंग्लैंड दौरे पर भी टीम चयन में लगातार बदलाव किया था। शानदार फॉर्म में होने के बावजूद चेतेश्वर पुजारा को पहले टेस्ट से बाहर कर दिया गया था। इसके अलावा उन्होंने चाइनामैन गेंदबाज कुलदीप यादव को भी खेलाया था।
टीम प्रबंधन को 2018-19 में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर पहली बार ऐतिहासिक टेस्ट सीरीज 2-1 से जीतने के बाद राहत मिली थी। हालांकि, मौजूदा दौरे पर एक बार फिर अंतिम एकादश के चयन को लेकर सवाल उठने लगे हैं।
वे पहले ही यह कह चुके हैं कि आलराउंडर हार्दिक पांड्या बतौर बल्लेबाज अंतिम एकादश में खेलेंगे। आस्ट्रेलिया के पूर्व लेग स्पिनर शेन वार्न ने वनडे के बाद हार्दिक को जल्द से जल्द टेस्ट टीम में शामिल करने की बात कही थी।