राजधानी दिल्ली के दौरे पर पहुंचे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। दोनों नेताओं के बीच इस दौरान वर्ष 2021 की शुभकामनाओं का आदान-प्रदान होने के साथ राज्य के सियासी हालात और विकास की परियोजनाओं को लेकर चर्चा हुई। प्रधानमंत्री मोदी ने देश के सबसे बड़े सूबे के विकास के लिए केंद्र से हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया।
इससे पूर्व बुधवार को योगी आदित्यनाथ ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और गृह मंत्री अमित शाह से भेंट की थी। उत्तर प्रदेश में मकर संक्रांति से कोरोना वैक्सीनेशन शुरू होने वाला है, जिसकी तैयारियां चल रही हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वैक्सीनेशन को लेकर राज्य सरकार की ओर से किए गए इंतजामों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आश्वस्त किया। उन्होंने बताया कि जिस तरह से केंद्र सरकार के साथ मिलकर उत्तर प्रदेश सरकार ने बेहतर तरीके से सबसे बड़े सूबे में कोरोना प्रबंधन किया, उसी तरह से सही तरीके से टीकाकरण अभियान भी चलाया जाएगा।
सूत्रों ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश में कई हाईवे परियोजनाओं के निर्माण से लेकर वाराणसी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट काशी विश्वनाथ कॉरिडोर की प्रगति की भी जानकारी दी।
सूत्रों का कहना है कि वर्ष 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और योगी आदित्यनाथ के बीच प्रदेश के सियासी समीकरणों पर भी बातचीत हुई। राज्य में इस व़क्त पंचायत चुनाव कराने की कवायद चल रही। बीजेपी ने पहली बार पंचायत चुनाव सिंबल पर चुनाव लड़ने का फैसला किया है। अगले साल राज्य में विधानसभा चुनाव में 2017 का प्रदर्शन दोहराने की सबसे बड़ी चुनौती है।
योगी सरकार का कैबिनेट विस्तार भी लंबित चल रहा है। मकर संक्रांति के बाद संभावित विस्तार में योगी सरकार में कुछ नए चेहरों को मौका मिल सकता है। सूत्रों का कहना है, दोनों नेताओं के बीच इन राजनीतिक मुद्दों पर भी चर्चा हुई।