केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा का घोषणापत्र जारी कर दिया। शाह ने कहा कि यह सिर्फ पार्टी का घोषणापत्र नहीं है बल्कि पश्चिम बंगाल के लिए एक संकल्प पत्र है।
घोषणापत्र जारी करते समय उन्होंने कहा, “हमने अपने घोषणापत्र को ‘संकल्प पत्र’ का नाम दिया है। यह सिर्फ घोषणा पत्र नहीं है, बल्कि पश्चिम बंगाल के लिए संकल्प पत्र है। भाजपा के संकल्प पत्र के दिल में है सोनार बांग्ला।”
बंगाल में ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस की सरकार पर हमला बोलते हुए अमित शाह ने कहा कि इस सरकार ने राज्य में न केवल अपने प्रशासन का राजनीतिकरण किया है, बल्कि राजनीति का अपराधीकरण भी किया है, साथ ही भ्रष्टाचार को बढ़ावा दिया है।
उन्होंने कहा कि बंगाल का पिछले कई सालों में काफी पतन हो गया है।
भाजपा के चुनाव घोषणापत्र में कहा गया है कि महिलाओं के लिए राज्य सरकार की नौकरियों में 33 प्रतिशत आरक्षण होगा।
शाह ने यह भी वादा किया कि राज्य में दुर्गा पूजा और सरस्वती पूजा के लिए अब किसी अदालत की मंजूरी लेने की आवश्यकता नहीं होगी।
उन्होंने कहा, “घुसपैठ को पूरी तरह से रोक दिया जाएगा और सीमा को सीसीटीवी कैमरों से लैश किया जाएगा।” उन्होंने कहा, सभी मछुआरों को हर साल 6000 रुपये दिए जाएंगे।
पार्टी घोषणापत्र में यह भी उल्लेख किया गया है कि बंगाल में 75 लाख किसान सम्मान निधि से लाभान्वित होंगे।
भाजपा के राज्य इकाई के अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा, “भाजपा का घोषणा पत्र एक दस्तावेज मात्र नहीं है, इसे प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में लोगों से सुझाव लेकर बनाया गया है। हमने राज्य के सभी 294 विधानसभा क्षेत्रों का दौरा किया और पार्टी के संकल्प पत्र को तैयार करने से पहले लोगों से सुझाव एकत्र किए।”
इससे पहले, तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी ने भाजपा को भारतीय जोघोन्नो (बुरा) पार्टी करार दिया।
बंगाल की मुख्यमंत्री ने रविवार को पूर्वी मिदनापुर के नंदकुमार में एक चुनावी रैली में कहा, “मैं सात बार लोकसभा सदस्य रही और मैंने कई प्रधानमंत्रियों को देखा है। लेकिन मैंने कभी भी इतने निर्दयी, क्रूर पीएम नहीं देखा। भाजपा राक्षसों की पार्टी है जो केवल लोगों को बांटने और दंगों में विश्वास रखती है।”