मध्य प्रदेश की राजधानी के करीब स्थित रातापानी अभ्यारण्य में वन्य प्राणी विशेषज्ञों ने तितलियों का खजाना खोजा है, यहां तितलियों की 103 प्रजातियों का पता चला है। इन्हें सूचीबद्ध भी कर लिया गया है। राज्य के रातापानी अभ्यारण्य में तीन दिवसीय तितली सर्वेक्षण अभियान चलाया गया, इस सर्वेक्षण में देश के 14 राज्यों के 88 विशेषज्ञों ने हिस्सा लिया। इन विषेशज्ञों ने 21 कैम्प के 80 स्थलों पर पैदल गश्ती कर 103 विभिन्न प्रजाति की तितलियों की खोज कर सूचीबद्ध कर लिया है।
आधिकारिक तौर पर दी गई जानकारी में बताया गया है कि तितली खोजने के इस अभियान में कई नए तथ्य भी सामने आए है। इस सर्वेक्षण में अत्यन्त दुर्लभ प्रजाति में पंचमढ़ी बुश ब्राउन, एंगल्ड पायरेट, ब्लैक राजा, नवाब कॉमन ट्री ब्राउन, ट्राई-कलर्ड पाइड प्लेट तितली मिली हैं। तीन दिन तक चले इस सर्वेक्षण में वाइल्ड वारियर्स और तिंसा फाउंडेशन की विशेष भागीदारी रही है।
इस सर्वेक्षण अभियान की खूबी यह रही कि वन्यप्राणी संरक्षण अधिनियम 1972 के तहत संरक्षित प्रजातियां जैसे कोमन पाईरट, ग्राम ब्लू, कोमन गल, डेनेट एगफ्लाई इत्यादि भी पाई गई।
इस तितलियों के सर्वेक्षण अभियान के अंतिम दिन अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक के. एमन और संजय शुक्ला ने सभी प्रतिभागियों को प्रमाण-पत्र वितरित किए।
राज्य के कई हिस्से ऐसे है जहां बड़ी संख्या में तितलियां पाई जाती है, इन तितलियों की खोज कर सूचीबद्ध किया जा रहा है, इसका मकसद पर्यटकों के लिए संबंधित क्षेत्र में मौजूद तितलियों के बारे में बताना है ताकि उनका आकर्षण इस क्षेत्र के भ्रमण के लिए बढ़ सके।