योगेश सिंह दिल्ली विश्वविद्यालय के नए कुलपति बनने जा रहे हैं। अब तक वह दिल्ली टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी (डीटीयू) के कुलपति थे। गुरुवार 7 अक्टूबर को उन्हें डीटीयू के कुलपति पद से मुक्त कर दिया गया गया हैं। पद मुक्त होने के बाद अब वह दिल्ली विश्वविद्यालय का कार्यभार संभालेंगे।
दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल ने बुधवार शाम योगेश सिंह को डीटीयू से कार्यमुक्त किए जाने के आदेश को मंजूरी थी। उपराज्यपाल द्वारा स्वीकृत किए गए आदेश में कहा गया कि योगेश सिंह 7 अक्टूबर को डीटीयू का कार्यभार छोड़ देंगे ताकि वह दिल्ली विश्वविद्यालय के कुलपति का कार्यभार संभाल सकें। राष्ट्रपति ने 22 सितंबर को दिल्ली विश्वविद्यालय के कुलपति पद के लिए प्रोफेसर योगेश सिंह के नाम को मंजूरी दी थी।
प्रोफेसर योगेश सिंह डीटीयू से पहले वर्ष 2014 से 17 तक वह नेताजी सुभाष इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के निदेशक थे। वह सयाजीराव विश्वविद्यालय बड़ौदा के भी कुलपति रह चुके हैं। साथ ही वह गांधीनगर के सूचना और पुस्तकालय नेटवर्क केंद्र के अध्यक्ष भी रह चुके हैं।
इस बीच दिल्ली विश्वविद्यालय की पहली कट ऑफ लिस्ट के बाद 60,904 उम्मीदवारों ने विभिन्न कॉलेजों में आवेदन किया है। इनमें से 46,054 सीबीएसई बोर्ड से थे और बाकी छात्र अन्य सीबीएसई के बाहर देश भर के अन्य शिक्षा बोडरे से हैं।
दिल्ली विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार विकास गुप्ता ने बताया कि 7 अक्टूबर 2021 के अंत तक 31,172 सीबीएसई बोर्ड के उम्मीदवार, 2365 केरल बोर्ड ऑफ हायर माध्यमिक शिक्षा के छात्रों, 1540 हरियाणा स्कूल शिक्षा बोर्ड, 1429 काउंसिल फॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एक्जामिनेशन के छात्रों और इसके अलावा माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान से 1301 छात्रों ने सफलतापूर्वक अपना दाखिला दिल्ली विश्वविद्यालय में सुरक्षित कर लिया है