नए वर्ष 2022 का आगमन हो चुका है। पूरी दुनिया के लोगों को एक बार फिर कई वैश्विक चुनौतियों का सामना करने के लिए कुछ संकल्प लेने की भी जरूरत होगी जो दुनिया के हित में बहुत जरूरी भी दिखाई पड़ते हैं।
जलवायु परिवर्तन का संकट दुनिया भर के पृथ्वीवासियों के लिए एक बड़ी चुनौती है। नए वर्ष 2022 में इस संकट से निपटने के लिए हर शख्स को योगदान देने की जरूरत है। जानकारों के अनुसार अगले पचास वर्षों में धरतीवासी और दुनिया के समस्त देश मिलकर ही इस चुनौती से पार पा सकते हैं। शून्य कार्बन उत्सर्जन के लक्ष्य की ओर ना केवल कई देश बढ़ रहे हैं बल्कि आमजनों का इसमें छोटे से छोटा योगदान भी मायने रखता है। ज्यादा पौधारोपण, प्रकृति से प्यार, पर्यावरण की देखभाल और ऐसे कार्यों से दूरी बनाए रखने की कोशिश जिससे पर्यावरण में कार्बन उत्सर्जन होता है, जैसे महत्वपूर्ण उपाय जरूरी होंगे ।
पूरी दुनिया में फैली वैश्विक महामारी हर कुछ महीनों के बाद एक नए वैरिएंट के रुप में संकट पैदा करती है। इस चुनौती से निपटने के लिए भी दुनिया भर शोधकतार्ओं और डॉक्टरों को मिलकर काम करना भी वर्ष 2022 का एक संकल्प होगा। विश्व स्वास्थ्य संगठन की अगुवाई में दुनिया के लोगों को समय-समय पर जानकारी मुहैया कराना और किसी भी गंभीर स्थिति से निपटने के लिए पहले से ही तैयारी करना जरूरी होगा। वैश्विक टीकाकरण कार्यक्रम में सभी देशों द्वारा जुटाई जा रही वैक्सीन से कई देशों को अब तक फायदा पहुंचा है और ये सिलसिला इस वर्ष भी संकल्प के साथ जारी रखने बहुत ही जरूरी होगा
अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति के आदर्श वाक्य में एक और शब्द एकजुट का जुड़ना बहुत ही महत्वपूर्ण भावना को इंगित करता है। अंतर्राष्ट्रीय खेलों का मंच एक ऐसी जगह होती है जिससे विश्व बंधुता की भावना में इजाफा होता है। इस वर्ष 2022 में भी दुनिया भर के देशों के बीच विश्व बंधुता को बरकरार रखने के संकल्प की शुरूआत शीतकालीन ओलंपिक खेलों से होगी।
इसके बाद कॉमनवेल्थ और एशियन गेम्स जैसे हर चार साल में होने वाले आयोजनों से एकजुटता में मजबूती मिलेगी। विश्व कप फुटबॉल और विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप जैसे आयोजन भी इस साल एकजुटता की इस ओलंपिक भावना को आगे बढ़ाने का काम करेंगे।
पिछले दो वर्षों में वैश्विक अर्थव्यवस्था के मोर्चे पर भी कई चुनौतियां सामने आई हैं। इसमें भी संयुक्त राष्ट्र के सदस्य देशों को मिलजुल कर की ही संकल्प के साथ आगे बढ़ना होगा। वर्ष 2022 में वैश्विक खपत अच्छी हो और सामान का आयात-निर्यात सुचारु रुप से चलता रहे, इस वर्ष का एक विशेष संकल्प होगा। ऐसे में दुनिया भर विकसित देशों की अर्थव्यवस्थाओं की जिम्मेदारी और भी बढ़ जाएगी और उन्हें आर्थिक रुप से संघर्ष कर रही अर्थव्यवस्थाओं को नवाचार के माध्यम से सहयोग और समर्थन करना होगा।
वर्ष 2022 का एक और महत्वपूर्ण संकल्प होगा दुनिया की करीब 8 अरब की आबादी को उत्तम और बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने को बरकरार रखना और स्वास्थ्य के क्षेत्र में हो रहे शोधों का फायदा हरेक देश के हर व्यक्ति तक पहुंचे इस बात को संकल्प के साथ सुनिश्चित कराना होगा। मानव जीवन को निरोगी रखने के लिए संयुक्त राष्ट्र भी समय-समय पर कुछ विशेष दिन घोषित करता है ताकि दुनिया भर में फैली बीमारियों के बारे में लोगों को जागरुक कर सके। संपूर्ण शरीर को निरोगी बनाने के इस संकल्प को इस वर्ष भी जारी रखने की जरूरत है और मौजूदा हालात में अच्छे स्वास्थ्य के आधार पर ही उज्जवल भविष्य को संवारा जा सकता है।