गुरुग्राम जिला प्रशासन साल जिले में गिरते भूजल स्तर और वर्ष 2041 के लिए जनसंख्या मानदंडों को ध्यान में रखते हुए एक जल योजना तैयार करेगा। इस पहल के लिए, गुरुग्राम के उपायुक्त यश गर्ग ने विभिन्न विभागों में नोडल अधिकारी नियुक्त किए हैं जो योजना प्रक्रिया में शामिल हैं।
ये सभी नोडल अधिकारी 31 जनवरी तक पूरे जिले से पानी और अन्य संसाधनों के उपयोग और आपूर्ति की विस्तृत रिपोर्ट गुरुजल सोसाइटी को सौंपेंगे।
सभी रिपोटरे पर चर्चा करने के बाद, एक अंतिम योजना तैयार की जाएगी और हरियाणा जल संसाधन प्राधिकरण (एचडब्ल्यूआरए) को भेजी जाएगी।
गर्ग ने कहा, “गुरुग्राम में गिरता भूजल स्तर चिंता का विषय है। ऐसे में जनसंख्या के बढ़ते दबाव और जिले में पानी की मांग को देखते हुए कुछ महत्वपूर्ण बिंदुओं पर पानी तैयार करने के लिए आवश्यक कदम उठाने होंगे। अगले 20 सालों के लिए, यानी 2041 तक जनसंख्या मानकों को ध्यान में रखते हुए, जिले के लिए योजना बनाएं।”
उन्होंने कहा, “इसके लिए हमें बारिश के पानी को अधिकतम मात्रा में बचाकर भूजल स्तर को रिचार्ज करने के लिए बड़े पैमाने पर काम करने की जरूरत है।”
गर्ग ने बताया कि गुरुग्राम में लगभग 53 प्रतिशत भूजल का उपयोग कृषि कार्यों के लिए किया जाता है। ऐसे में जिले के किसानों को जागरूक कर सूक्ष्म व ड्रिप सिंचाई की ओर मोड़ना होगा।