मध्य प्रदेश में बालिका कल्याण की दिशा में लगातार विभिन्न येाजनाओं को अमली-जामा पहनाया जा रहा है। बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओं के संकल्प को पूरा करने के प्रयास जारी है। इसी क्रम में केंद्र सरकार की सुकन्या समृृद्धि योजना के तहत अब तक राज्य में 23 लाख खाते खोले जा चुके हैं। इस वित्तवर्ष में पांच लाख 68 हजार खाते खुले हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ के संकल्प को पूरा करने के लिए सुकन्या समृद्धि योजना को उपयोगी माना है। यह मध्यप्रदेश के लिए गर्व की बात है कि योजना में मध्यप्रदेश पूरे देश में प्रथम है।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा है कि बेटियों को आगे बढ़ाने के लिए उनके स्वप्नों को साकार करना हम सभी का दायित्व है। मध्यप्रदेश ने सुकन्या समृद्धि योजना में अब तक करीब 23 लाख खाते खुलवाने की उपलब्धि अर्जित की है, जिसमें कुल 4238 करोड़ रुपये से अधिक की राशि का संग्रहण हुआ है। निश्चित ही बेटियों में बचत की प्रवृत्ति का विकास हो रहा है। उनके सशक्तिकरण के लिए निरंतर प्रयास होंगे।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश में डाक विभाग के सहयोग से वर्तमान वित्त वर्ष में पांच लाख 68 हजार से ज्यादा सुकन्या समृद्धि खाते खोले गए। मध्यप्रदेश ने देश में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। योजना ने प्रदेश की बेटियों के सशक्तिकरण को नई दिशा दी है। इसके लिए डाक विभाग भी बधाई का पात्र है। अभिभावकों और बेटियों ने योजना को भरपूर समर्थन दिया है।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश में गांव के आखिरी व्यक्ति तक बैंकिंग सुविधाओं और उन्हें आर्थिक रूप से समृद्ध स्वावलंबी बनाने के लिए डाक विभाग बचत खाता खुशहाली का अभियान शुरू कर रहा है। यह एक अच्छी पहल है, जिसमें सभी जिले वित्तीय समावेशन को नई दिशा दे सकते हैं। बालिकाओं के सुकन्या खातों के साथ बालकों के लिए पीपीएफ खाता भी खोलने का कार्य किया जा रहा है। इस कार्य से ग्रामीण क्षेत्रों में परिवारों को आर्थिक रूप से सुदृढ़ एवं स्वावलंबी बनाने में मदद मिलेगी।