मध्य प्रदेश सरकार के सहयोग से केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय का एक वार्षिक कार्यक्रम इंडिया इंटरनेशनल साइंस फेस्टिवल शनिवार को यहां मौलाना आजाद राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एमएएनआईटी) में शुरू हुआ। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने देश भर के सैकड़ों वैज्ञानिकों की उपस्थिति में दीप प्रज्ज्वलित किया।
आम जनता के बीच विज्ञान और प्रौद्योगिकी को बढ़ावा देना और विज्ञान को उत्सव के रूप में मनाना चार दिवसीय आयोजन का उद्देश्य है।
कार्यक्रम में इसरो के चेयरमैन एस के सोमनाथ, भारत बायोटेक के सीएमडी कृष्णा एल्ला समेत कई वैज्ञानिक शामिल होंगे।
केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह के भी भाग लेने की संभावना है।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि भोपाल में आयोजित हो रहे भारतीय अन्तर्राष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव का उपयोग प्रदेश के विद्यार्थियों में वैज्ञानिक ²ष्टिकोण विकसित करने में किया जाना चाहिए।
चौहान ने कहा, “यह आयोजन वैज्ञानिक अवधारणाओं को समझने और युवाओं को विज्ञान में नए रुझानों की ओर आकर्षित करने में मदद करेगा। प्रयास यह होना चाहिए कि इस आयोजन से विद्यार्थियों को प्रेरणा और मार्गदर्शन मिले। महोत्सव में भारत के प्राचीन वैज्ञानिक योगदान और ²ष्टिकोण को भी प्रस्तुत किया जाना चाहिए।”
उन्होंने यह भी कहा कि मध्य प्रदेश के युवाओं द्वारा विज्ञान के क्षेत्र में हासिल की गई उपलब्धियों को सोशल मीडिया के माध्यम से प्रचारित किया जाना चाहिए। राज्य के सभी साइंस कॉलेज, इंजीनियरिंग कॉलेज, पॉलिटेक्निक, आईटीआई आदि को महोत्सव में होने वाली विभिन्न गतिविधियों से वर्चुअली जोड़ा जाए।