अमेरिका स्थित जॉन्स हॉपकिंस सेंटर फॉर टैलेंटेड यूथ (सीटीवाई) ने एक भारतीय-अमेरिकी लड़की को लगातार दूसरे वर्ष ‘दुनिया के सबसे प्रतिभाशाली’ स्टूडेंट की सूची में नामित किया है। यह 76 देशों में 15,000 से अधिक विद्यार्थियों के ग्रेड-लेवल से ऊपर के परीक्षणों के परिणामों के आधार पर है। 13 साल की नताशा पेरियानयागम, न्यू जर्सी के फ्लोरेंस एम गौडिनेर मिडिल स्कूल की छात्रा हैं।
विश्वविद्यालय की एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि उन्हें एसएटी, एसीटी, स्कूल और कॉलेज एबिलिटी टेस्ट या सीटीवाई टैलेंट सर्च के हिस्से के रूप में लिए गए समान मूल्यांकन में उनके असाधारण प्रदर्शन के लिए मान्यता दी गई है।
नताशा के माता-पिता चेन्नई से हैं। उसने 2021 में जॉन्स हॉपकिंस टैलेंट सर्च टेस्ट भी दिया था, जब वह कक्षा 5 में थी।
तब उसने कहा था, “यह मुझे और अधिक करने के लिए प्रेरित करता है।” उसने कहा कि डूडलिंग और जेआरआर टोल्किन के उपन्यासों को पढ़ने से उसे काफी फायदा हुआ है।
नताशा ने अपने नए प्रयास में सभी उम्मीदवारों के बीच उच्चतम ग्रेड प्राप्त किए। विश्वविद्यालय के बयान में कहा गया है कि वह ‘2021-22 प्रतिभा खोज वर्ष में सीटीवाई में शामिल होने वाले 76 देशों के 15,300 स्टूडेंट्स में से एक थी।’
सीटीवाई के कार्यकारी निदेशक डॉ एमी शेल्टन ने कहा, “यह सिर्फ एक परीक्षा में हमारे छात्रों की सफलता की पहचान नहीं है, बल्कि खोज और सीखने के उनके प्यार और उनके युवा जीवन में अब तक जमा किए गए सभी ज्ञान को सलाम है।”
शेल्टन ने कहा, “उन सभी तरीकों के बारे में सोचना रोमांचक है जिसमें वे अपने जुनून की खोज करने के लिए उस क्षमता का उपयोग करेंगे, पुरस्कृत और समृद्ध अनुभवों में शामिल होंगे और अपने समुदायों और दुनिया में उल्लेखनीय चीजें हासिल करेंगे।”
सीटीवाई दुनिया भर के उन्नत छात्रों की पहचान करने और उनकी वास्तविक शैक्षणिक क्षमताओं की स्पष्ट तस्वीर प्रदान करने के लिए ग्रेड स्तर से ऊपर के परीक्षण का उपयोग करता है।
जॉन्स हॉपकिंस सीटीवाई परीक्षण का मात्रात्मक खंड गणित के रूप में व्यक्त मात्राओं के बीच संबंधों को देखने की क्षमता को मापता है, मौखिक खंड शब्दों के अर्थ और उनके बीच संबंधों की समझ को मापता है।